बीजिंग। चीन से शुरू हुआ कोरोना पूरी दुनिया में हाहाकार मचाने के बाद अब फिर चीन लौट गया है। समाचार एजेंसी एएफपी की खबर के मुताबिक कोरोना के केस लगातार बढ़ने के कारण चीन के लैनझोऊ शहर में लॉकडाउन किया गया है। इससे शहर के 40 लाख लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं। इस लॉकडाउन की वजह कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का नया म्यूटेंट बताया जा रहा है। इस म्यूटेंट को वैज्ञानिकों ने AY.4.2 नाम दिया है। इस म्यूटेशन की वजह से ब्रिटेन और रूस में पहले ही तीसरी लहर आ चुकी है। यह वैरिएंट डेल्टा प्लस वैरिएंट के मुकाबले 50 फीसदी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। विदेश में बनी वैक्सीन इस पर कितनी कारगर है, ये इसी से समझा जा सकता है कि ब्रिटेन में 70 फीसदी से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगने के बावजूद इस नए वैरिएंट के करीब 20 हजार मामले सामने आए हैं।
बीते दिनों सरकार ने जानकारी दी थी कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कोरोना के नए म्यूटेशन वाला वायरस कुछ लोगों में मिला है। इनमें से ज्यादातर विदेश दौरे से लौटे थे। सरकार इस म्यूटेशन पर नजर बनाए हुए है और ऐसे मरीजों और उनके कॉन्टैक्ट्स को सख्ती से घरों में ही रखा गया है। फिलहाल इस म्यूटेशन पर और शोध चल रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक डेल्टा प्लस वैरिएंट के मुकाबले नए म्यूटेशन में स्पाइक प्रोटीन में बदलाव देखा गया है।
बता दें कि स्पाइक प्रोटीन कोरोना वायरस के बाहरी हिस्से में होते हैं। इन्हीं स्पाइक प्रोटीन की वजह से कोरोना का वायरस स्वस्थ कोशिकाओं में प्रवेश करने के बाद शरीर में नाक, गला और फेफड़ों को अपनी चपेट में लेता है। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में भी खूब कहर बरपाया था। हालत ये हो गई थी कि देश में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई थी। सरकार ने ऐसे में तीसरी लहर को रोकने के लिए कदम पहले से ही उठाए हैं।