newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Coronavirus: अंटार्कटिका भी पहुंचा कोरोनावायरस, चिली के रिसर्च सेंटर में 36 लोग मिले संक्रमित

कोरोना वायरस (Coronavirus) दुनिया के कोने-कोने में अपने पैर पसार चुका है। ऐसे में ये वायरस अब दुनिया के आखिरी छोर यानी अंटार्कटिका (Antarctica) में भी पहुंच चुका है। जिससे वहां हड़कंप मच गया है।

नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) दुनिया के कोने-कोने में अपने पैर पसार चुका है। विश्व का कोई भी कोना इस वायरस से बचा नहीं है। इस साल की शुरुआत में कोरोना का कहर सामने आया था। अब साल का अंत होने वाला है। लोगों को उम्मीद थी कि नए साल में काफी कुछ बदलेगा। लेकिन जिस तरह से केरोना का नया स्ट्रेन सामने आया है उससे लग रहा है कि इस वायरस के प्रकोप से अभी राहत नहीं मिलने वाली। ऐसे में ये वायरस अब दुनिया के आखिरी छोर यानी अंटार्कटिका  में भी पहुंच चुका है।

अंटार्कटिका में कोरोना की दस्तक

दरअसल, सोमवार को अंटार्कटिका में कोरोना का पहला मामला सामने आया है। यहां चिली के रिसर्च सेंटर के 36 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चिली के बेरनार्दो ओ’ हिगिन्स रिसर्च सेंटर में चिली सेना के 26 जवान और 10 अन्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चिली सेना ने इसे लेकर अपना बयान भी जारी किया है। उनका कहना है कि सभी सैनिकों को चिली में आइसोलेट कर दिया गया और स्वास्थ्य कर्मी इनपर नजर रखे हुए हैं। फिलहाल किसी की हालत गंभीर नहीं है।

CORONAVIRUS

अंटार्कटिका में ऐसे पहुंचा कोरोनावायरस

बता दें कि अंटार्कटिका में कई देशों के रिसर्च सेंटर हैं। ऐसे में वहां कोरोना केस मिलने से हड़कंप मच गया है। अंटार्कटिका में कोरोना की दस्तक के बाद वहां पर्यटन पर रोक लगा दी गई थी। माना जा रहा है कि बीते 27 नवंबर को चिली से कुछ सामान अंटार्कटिका पहुंचा है। इसी वजह से यहां लोगों में संक्रमण फैला है।

विश्व में कोरोना का कहर

दुनिया भर में कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 7.79 करोड़ के पार हो गई है। वहीं, इस वायरस से मरने वालों संख्या 17.1 लाख से अधिक हो गई है। अभी भी अमेरिका विश्व में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है। ये जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने बुधवार को दी है।