नई दिल्ली। आज की तारीख में सोशल मीडिया पर हमें हर खबर पलक झपकते मिल जाती है, लेकिन हमेशा से ही सोशल मीडिया के जरिए प्रकाशित होने वाली खबरों की विश्वनियता को सवालिया कठघरे में खड़ा किया जाता है। वजह बिल्कुल साफ है कि अक्सर सोशल मीडिया के जरिए सार्वजनिक होने वाली खबरों को भ्रामक करार दे दिया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि आप आज सोशल मीडिया पर बात कर रहे हैं। आखिर माजरा क्या है। दरअसल, आज यानी की शुक्रवार एकाएक सोशल मीडिया पर खबर प्रकाशित होने लगी कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। कई समाचार वेबसाइट्सों ने तो उनके निधन की खबर भी प्रकाशित कर दी। लेकिन, इन भ्रामक खबरों के प्रकाशित होने के उपरांत परवेज मुशर्ररफ के परिजनों की तरफ स्पष्टिकरण दिया गया है।
Message from Family:
He is not on the ventilator. Has been hospitalized for the last 3 weeks due to a complication of his ailment (Amyloidosis). Going through a difficult stage where recovery is not possible and organs are malfunctioning. Pray for ease in his daily living. pic.twitter.com/xuFIdhFOnc
— Pervez Musharraf (@P_Musharraf) June 10, 2022
जिसमें कहा गया है कि वह वेंटिलेटर पर नहीं हैं। अपनी बीमारी (एमाइलॉयडोसिस) की जटिलता के कारण पिछले 3 सप्ताह से अस्पताल में भर्ती हैं। एक कठिन चरण से गुजरना जहां वसूली संभव नहीं है और अंग खराब हो रहे हैं। उसके दैनिक जीवन में आसानी के लिए प्रार्थना करें। बता दें कि कई समाचार वेबसाइट्सों ने यह भी प्रकाशित कर दिया था कि वे काफी लंबे से वेंटिलेटर पर थे। जिसके बाद उनका निधन हो गया, लेकिन उनके परिजनों की तरफ से साफ कर दिया गया है कि उनका निधन नहीं हुआ है, लेकिन गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में उपाचाराधीन हैं और वेंटिलेटर पर भी नहीं हैं।
बता दें कि परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति के अलावा सेनाध्यक्ष भी रहे हैं। उन्हें 1999 में करिगल युद्ध का जिम्मेदार ठहराया गया था। जिसे लेकर वैश्रिक मंच पर भी उनकी आलोचना हुई थी। वे अभी दुबई में उपचाराधीन हैं। उनके परिजनों की तरफ से उनके जल्द ही दुरूस्त होने की कामना की जा रही है।