नई दिल्ली। दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे प्रदर्शन के बीच जो बवाल हुआ उसके बाद इस पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी रोटियां सेंकने से पाकिस्तान भी अपने आप को रोक नहीं पा रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दिल्ली हिंसा को लेकर कहा था कि पाकिस्तान का नागरिकता कानून को लेकर जो पक्ष था, उसे अब दिल्ली हिंसा से समझा जा सकता है। मतलब साफ है कि पाकिस्तान की तरफ से जो सोच थी उसे वह इस बवाल के बाद जायज ठहराने में लग गए हैं।वहीं दिल्ली हिंसा को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दिल्ली हिंसा को लेकर कई ट्वीट कर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने दिल्ली हिंसा पर भारत सरकार को घेरने के बाद अपने देश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने की भी बात कही।
इमरान खान ने ट्वीट किया, आज भारत में हम देख रहे हैं कि अरबों की आबादी वाले परमाणुशक्ति संपन्न देश पर नाजीवाद से प्रेरित आरएसएस विचारधारा का नियंत्रण हो गया है। जब कभी भी नस्लवादी विचारधारा पर आधारित नफरत फैलती है तो यह खूनी संघर्ष की तरफ ही आगे बढ़ती है।
एक अन्य ट्वीट में इमरान खान ने कहा, संयुक्त राष्ट्र महासभा को दिए संबोधन में भी मैंने भविष्यवाणी कर दी थी कि जब जिन्न बोतल से बाहर आएगा, खूनखराबे का और बुरा दौर शुरू हो जाएगा। कश्मीर एक शुरुआत थी। अब भारत के 20 करोड़ मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
इसके बाद इमरान खान ने अपने देश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर कहा, मैं अपने नागरिकों को यह चेतावनी देता हूं कि पाकिस्तान में अगर किसी ने गैर-मुस्लिमों या उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। हमारे अल्पसंख्यक इस देश के समान रूप से नागरिक हैं।