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No Trust On Truss! छिन सकता है लिज ट्रस से ब्रिटिश पीएम का पद, ऋषि सुनक एक बार फिर रेस में!

ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक लिज ट्रस ने अपनी पार्टी के सांसदों को बगावत के खिलाफ चेतावनी भी दी थी, लेकिन इसका असर नहीं पड़ा है। अखबार ‘डेली मेल’ के मुताबिक कंजरवेटिव पार्टी के 100 से ज्यादा सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव का पत्र समिति के प्रमुख ग्राहम ब्रैडी को दिया है। लगातार लिज ट्रस के खिलाफ पार्टी में माहौल गरमा रहा है।

लंदन। ब्रिटेन से चौंकाने वाली खबर है। जानकारी मिल रही है कि कंजरवेटिव पार्टी में पीएम लिज ट्रस के खिलाफ माहौल बन रहा है। पता चला है कि इस हफ्ते 100 से ज्यादा सांसद उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं। वहीं, इसी से जुड़ी दूसरी खबर ये है कि पीएम पद की रेस में फिर भारतीय मूल के ऋषि सुनक की वापसी हो सकती है। ऋषि के नाम पर सट्टेबाजी भी तेज होने की खबरें हैं। ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक लिज ट्रस ने अपनी पार्टी के सांसदों को बगावत के खिलाफ चेतावनी भी दी थी, लेकिन इसका असर नहीं पड़ा है। अखबार ‘डेली मेल’ के मुताबिक कंजरवेटिव पार्टी के 100 से ज्यादा सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव का पत्र समिति के प्रमुख ग्राहम ब्रैडी को दिया है।

liz truss

अखबार के मुताबिक इस चिट्ठी को सौंपकर लिज ट्रस को संकेत दिया गया है कि अब उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। बता दें कि लिज ट्रस ने एक महीने पहले ही ब्रिटेन का पीएम पद संभाला था। डेली मेल के मुताबिक ग्राहम ब्रैडी ने ट्रस के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का विरोध किया है। ब्रैडी चाहते हैं कि लिज को मौका मिलना चाहिए। उनका मानना है कि नए वित्त मंत्री यानी चांसलर ऑफ द एक्सचेकर जेरेमी हंट के साथ मिलकर लिज ट्रस बजट में बेहतर आर्थिक रणनीति तय कर लेंगी। ब्रिटेन का बजट 31 अक्टूबर को आना है।

rishi sunak

लिज ट्रस ने टैक्स में कटौती करने का फैसला किया था। लोगों ने इसकी सराहना की थी, लेकिन इसी मुद्दे पर पार्टी में असंतोष हो गया है। हाल ही में एक सर्वे भी हुआ। जिसमें ट्रस की कंजरवेटिव पार्टी विपक्षी लेबर पार्टी से पिछड़ती भी दिखी। इसके बाद ही ट्रस के खिलाफ कंजरवेटिव पार्टी में आवाज उठनी शुरू हुई है। ट्रस इससे पहले अपने वित्त मंत्री को हटा भी चुकी हैं। फिर भी हवा उनके खिलाफ बहती दिख रही है। इससे ऋषि सुनक की किस्मत खुल सकती है। ऋषि सुनक ने लिज ट्रस के खिलाफ पीएम पद का चुनाव लड़ा था। वो बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रहे थे।