पेरिस। सीरियल किलर और द सर्पेंट के नाम से मशहूर चार्ल्स शोभराज ने नेपाल की जेल से रिहा होने के बाद मीडिया को पहला इंटरव्यू दिया है। चार्ल्स शोभराज ने अपने इस इंटरव्यू में इससे साफ इनकार किया कि उसने किसी की हत्या की है। फ्रांसीसी अखबार ‘ला मोंडे’ से बातचीत में शोभराज ने ये भी आरोप लगाया कि पूरी दुनिया उसके खिलाफ है और उसे फंसाने की हमेशा कोशिश की। 78 साल के चार्ल्स शोभराज ने कहा कि 1970 के दशक में भारत, थाईलैंड और नेपाल में हुई विदेशियों की हत्या में उसका कोई हाथ नहीं है। चार्ल्स ने कहा कि उसने कुछ पर्यटकों के पासपोर्ट जरूर चोरी किए। उसने कहा कि हत्या न करने के अपने दावे को वो साबित कर सकता है।
शोभराज ने कहा कि फ्रांस में उसे मुफ्त चिकित्सा सुविधा समेत कोई भी दस्तावेज अभी नहीं मिले हैं। उसने कहा कि फ्रांस में लगातार 3 महीने रहने का सबूत देने के बाद ही उसे दस्तावेज मिलेंगे। मूल रूप से फ्रांस के नागरिक चार्ल्स शोभराज ने कहा कि वो तो माणिक, पन्ना और नीलम जैसे रत्न बेचता था। उसने कहा कि मैं इसके लिए पर्यटकों और बिजनेस करने वालों से मिलता था। उसने कहा कि धंधे के संबंध में वो अपने कस्टमर्स के साथ ड्रिंक वगैरा लेने चला जाता था। उसने कहा कि मैं अपने कस्टमर की ड्रिंक में ड्रग मिलाता था, ताकि वो अपने कमरे में पहुंचकर सो जाए। फिर मैं उसका सामान वगैरा लेकर चला जाता था।
जब अखबार के पत्रकार ने उसे उन सबूतों के बारे में बताया कि जिनसे वो मिला, उनमें से तमाम की मौत हो गई, तो चार्ल्स शोभराज ने कहा कि उसे इस बारे में कुछ भी याद नहीं है। वो बार-बार कहता रहा कि हत्या नहीं की है। ये पूछने पर कि फिर उसे कोर्ट से सजा क्यों हुई? इस पर चार्ल्स शोभराज ने कहा कि उसे नहीं पता कि मीडिया उसे द सर्पेंट यानी सांप क्यों कहता है। चार्ल्स शोभराज ने बताया कि वो दुनिया की 10 जेलों से फरार हो चुका था। उसने कहा कि मृतकों के पोस्टमॉर्टम से पता चला कि ड्रग के ओवरडोज से उनकी मौत हुई थी। चार्ल्स ने माना कि वो फर्जी पासपोर्ट पर आया जाया करता था। उसने बताया कि कम से कम 150 बार उसने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था।