नई दिल्ली। ब्रिटेन में अवैध रूप से रहने वाले प्रवासियों के खिलाफ चल रहे देशव्यापी अभियान के तहत ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक्शन तेज कर दिया है। जी हां, अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ चल रहे छापेमारी की कार्रवाही में ब्रिटेन के गृह मंत्रालय और प्रवर्तन अधिकारीयों के साथ वहां के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी शामिल हुए। इस अभियान में शामिल होकर ऋषि सुनक ने अपने इरादे साफ़ कर दिए हैं कि ब्रिटेन में अब अवैध रूप से रहना वहां की सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ चल रहे इस अभियान के तहत 20 अलग-अलग देशों के 105 नागरिकों को अरेस्ट किया गया है। बुलेटप्रूफ जैकेट पहने 43 वर्षीय ऋषि सुनक ने साउथ लंदन के ब्रेंट में अवैध तौर से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ चल रहे अभियान में इस सप्ताह की शुरुआत में हिस्सा लिया था।
ब्रिटेन में गुरुवार को समूचे देश में अवैध रूप से रह रहे माइग्रेंट्स के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया था। इस ऑपरेशन के तहत ब्रिटेन के प्रवर्तन अधिकारियों ने संदिग्ध अवैध कार्य प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। 159 जगहों पर छापेमारी की गई, जिसमें 20 अलग-अलग देशों के 105 नागरिकों को अरेस्ट किया गया। ये सभी अरेस्टिंग स्तरां, कार वॉश, नेल बार, नाई की दुकानों और जनरल स्टोर सहित वाणिज्यिक परिसरों में की गई। इन सभी नागरिकों को अवैध काम करने और झूठे दस्तावेज रखने के अपराध के तहत गिरफ्तार किया गया। कुछ स्थानों से भारी मात्रा में नगदी भी जब्त की गई।
On Thursday I joined Immigration Enforcement officers clamping down on illegal working, sending a clear message that it’s this country who should decide who comes here, not criminal gangs.
This work is key to delivering on my promise to tackle illegal migration & stop the boats. pic.twitter.com/Rj4rXSKH2s
— Rishi Sunak (@RishiSunak) June 16, 2023
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अगले साल संभावित आम चुनावों से पहले अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाही को अपनी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में जगह दी है। ब्रिटेन के गृह मंत्री सुएल्ला ब्रावेरमैन ने इस एक्शन के सन्दर्भ में कहा- ‘अवैध रूप से काम करने वालों की वजह से ब्रिटेन का बहुत नुकसान हो रहा है। इससे ईमानदार प्रवासियों को बेरोजगारी झेलनी पड़ रही है और ईमानदारों लोगों की जेब पर इसका असर पड़ रहा। क्योंकि अवैध रूप से रहने वाले टैक्स नहीं भरते हैं।’