कीव/न्यूयॉर्क। यूक्रेन पर रूसी हमले का आज आठवां दिन है। रूस लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों पर जोरदार मिसाइल हमले और बमबारी कर रहा है। यूक्रेन के खेरसान पर रूस ने कब्जा कर लिया है और ओखर्तिका व खारकीव में रूस ने हमले जारी रखे हैं। यूक्रेन के मुताबिक खारकीव में हमलों से तीन स्कूल और एक चर्च भी तबाह हुए हैं। वहीं, ओखर्तिका में दर्जनों रिहायशी इमारतें जमींदोज हो गई हैं। संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि यूक्रेन पर बीते गुरुवार से जारी हमलों में अब तक 752 नागरिक मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकर निगरानी मिशन के मुताबिक ये आंकड़ा बता रहा है कि रूसी हमला कितना खतरनाक है।
इस बीच, रूस के हमले से शरणार्थी संकट भी बढ़ गया है। रूस के हमले के बाद से बीते कल यानी बुधवार तक 874000 लोग देश छोड़कर भाग चुके हैं। इन लोगों ने पड़ोसी यूरोपीय देशों में शरण ली है। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के मताबिक इस आंकड़े में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और जल्दी ही पड़ोसी देशों में यूक्रेन के शरणार्थियों की संख्या 10 लाख को पार कर जाएगी। यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने बताया है कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से वाले पड़ोसी देशों में लोग भागकर पहुंच रहे हैं और मंगलवार से ही 2 लाख लोग इन देशों में पहुंच चुके हैं। मंटू के मुताबिक ये इस सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट होगा।
उधर, यूक्रेन की मीडिया के हवाले से बड़ी खबर आई है। खबर ये है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, वोल्दीमिर जेलेंस्की को हटाकर विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं। पूर्व राष्ट्रपति विक्टर को पुतिन का करीबी माना जाता है। रूस के लीक सीक्रेट दस्तावेज के मुताबिक यूक्रेन पर हमले का प्लान 18 जनवरी को तैयार हो गया था और हरी झंडी मिल गई थी। ये दस्तावेज यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने जारी किए हैं।