वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कांग्रेस से कहा है कि ईरानी सैन्य कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बदले में ईरान के किसी भी हमले के जवाब में अमेरिकी कार्रवाई की जानकारी लेने के लिए वह ट्रंप को ट्विटर पर फॉलो करे। सुलेमानी की पिछले सप्ताह अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी। ट्रंप ने कांग्रेस सदस्यों को पहले सूचित किए बिना सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया था। उन्होंने रविवार को एक ट्वीट में कहा कि उन्हें कानूनी रूप से कांग्रेस को सूचित करने की जरूरत महसूस नहीं हुई।
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, “ये मीडिया खबरें अमेरिकी कांग्रेस के लिए सूचना की तरह होंगी कि ईरान अगर किसी अमेरिकी व्यक्ति या संपत्ति पर हमला करता है तो अमेरिका उस पर तत्काल और पूरी ताकत से प्रतिक्रिया करते हुए हमला करेगा। इस तरह की सूचना की जरूरत नहीं है, लेकिन दी जाती है।”
These Media Posts will serve as notification to the United States Congress that should Iran strike any U.S. person or target, the United States will quickly & fully strike back, & perhaps in a disproportionate manner. Such legal notice is not required, but is given nevertheless!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 5, 2020
येल लॉ स्कूल के प्रोफेसर उना हैथवे ने ट्वीट किया, “इस ट्वीट से कई नियम तोड़ने की धमकी दी गई है। वार पॉवर रिजोल्यूशन के अंतर्गत राष्ट्रपति ट्वीट द्वारा कांग्रेस को सूचित नहीं कर सकते।”
ट्रंप ने इससे पहले ईरान के सांस्कृतिक स्थलों समेत उसके 52 स्थानों को तबाह करने की धमकी दी थी। एक यूजर ने जवाब दिया, “रुकिए, जब वे कहते हैं ‘ये मीडिया पोस्ट्स’ तब क्या वे अपने ट्वीट्स के बारे में बात करते हैं? तो क्या वे कांग्रेस से बात करने में आलस करते हैं या डरते हैं।”
ट्रंप ने पहले भी औचक आदेश देने के लिए ट्विटर का उपयोग किया है और उत्तर कोरिया जैसे दूसरे देशों को धमकी भी दी है। ट्रंप ने 2018 में विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को ट्वीट के माध्यम से हटाया था।