नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन का युद्ध पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा है। रूस लगातार बमबारी कर यूक्रेन के कई शहरों को तबाह कर चुका है जबकि यूक्रेन भी रूस के हमलों का जवाब दे रहा है। आज युद्ध का 12वां दिन है और बाकी सभी देश मिलकर युद्ध को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। चारों तरफ रूस के यूक्रेन पर हमले की निंदा की जा रही हैं। हालांकि कई देशों के प्रमुखों से बात करने के बाद भी रूस युद्ध रोकने का नाम नहीं ले रहा है। इन सभी निंदा और खतरों के बीच क्या आप जानते हैं कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन खुद को कैसे सुरक्षित रखते हैं? l तो चलिए जानते हैं।
फेडरल सिक्योरिटी फोर्स के लोग करते हैं पुतिन की रक्षा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का सुरक्षा सिस्टम काफी स्टॉन्ग है। सुरक्षा सिस्टम की बहुत सारी लेयर्स हैं जिन्हें पार करना नामुमकिन है। पुतिन के साथ हमेशा साए की तरह बॉडीगार्ड और सुरक्षा अधिकारी रहते हैं जो उन पर चील की तरह नजर बनाए रखते हैं। अगर गलती से भी कोई उनकी नजरों से बच कर आगे बढ़ा तो एक मिनट में 40 साउंड फायर दुश्मन को भुनने के लिए काफी हैं। इसके अलावा ये बात बहुत ही कम लोग जानते हैं कि पुतिन एक पूर्व KGB एजेंट हैं जो अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चौंकन्ने रहते हैं। पुतिन की सुरक्षा में फेडरल सिक्योरिटी फोर्स (FPS) या FSO से जुड़े लोग शामिल हैं जिनकी नजर से बचना नामुमकिन हैं। ये गार्ड शक होने पर शख्स की तलाशी, गिरफ्तारी और फायरिंग भी कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें को चकमा देने के लिए पुतिन के हमशक्ल भी तैयार रहते हैं। इन सुरक्षा गार्ड को मस्किटियर्स कहा जाता है।
बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस रहते हैं पुतिन के गार्ड्स
पुतिन की रक्षा करने वाले बॉडीगार्ड खुद हमेशा बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस होते हैं और उनके हाथ में 9 मिमी एसआर -1 वेक्टर पिस्टल होती है जो दुश्मनों को डेर करने में काफी है। इसके अलावा जब पुतिन यात्रा पर जाते हैं या उनको कहीं रुकना होता है तो महीने भर पहले से ही उस जगह की रेकी की जाती है। ट्रैवलिंग के वक्त मौसम का भी पूरा ध्यान रखा जाता है और जहां भी पुतिन ठहरते हैं वहां कड़ी सुरक्षा के लिए जैमिंग डिवाइस भी लगाया जाता है। पुतिन हमेशा एक कड़े सुरक्षा घेरे के बीचो-बीच रहते हैं। उन्हें चार लेयर्स से बने घेरे में रखा जाता है। पहले सुरक्षा में पुतिन खुद रहते हैं, दूसरे घेरे में पुतिन के गार्ड भीड़ में कई छिपे होते हैं जबकि तीसरे घेरे में गार्ड भीड के किनारे पर तैनात होते हैं जबकि चौथे घेरे में गार्ड्स आस-पास की बिल्डिंग और छतों पर रहते हैं।