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Ukraine Crisis: रूसी फौज लौटने का अमेरिका को भरोसा नहीं, बाइडेन ने फिर दी पुतिन को चेतावनी

रूस ने कहा है कि यूक्रेन के पास सैन्य अभ्यास करने के बाद उसकी कुछ टुकड़ियां अपने ठिकानों की तरफ लौट रही हैं। रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि हमने हमेशा कहा कि सैन्य अभ्यास के बाद हमारी सेनाएं लौट आएंगी। वैसा ही हो रहा है।

वॉशिंगटन/मॉस्को। रूस की तरफ से यूक्रेनी सीमा के पास तैनात अपनी फौज की संख्या में कुछ कमी किए जाने की खबरों को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भरोसेमंद नहीं माना है। इस मसले पर पहली बार मीडिया के सामने बयान देते हुए बाइडेन ने कहा कि रूस की सेना वापसी वाले दावे पर अमेरिका को भरोसा नहीं है और अब भी यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका बनी हुई है। उन्होंने फिर कहा कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, तो उसे बड़ी कीमत चुकानी होगी। रूसी मीडिया ने कल ऐसे वीडियो दिखाए थे, जिसमें वहां की फौज का कुछ हिस्सा लौटता दिखा था, लेकिन अमेरिका के अलावा पश्चिमी देशों ने भी रूस के दावे के ठोस सबूत न होने की बात कही है।

ukraine

उधर, रूस ने कहा है कि यूक्रेन के पास सैन्य अभ्यास करने के बाद उसकी कुछ टुकड़ियां अपने ठिकानों की तरफ लौट रही हैं। रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि हमने हमेशा कहा कि सैन्य अभ्यास के बाद हमारी सेनाएं लौट आएंगी। वैसा ही हो रहा है। वहीं, बाइडेन के अलावा ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने भी कहा कि रूस के साथ कूटनीतिक बातचीत का रास्ता खुला है, लेकिन जमीनी स्तर पर मिली खुफिया जानकारी उत्साह बढ़ाने वाली नहीं है। बता दें कि रूस ने काफी समय से यूक्रेन की सीमा को चारों तरफ से घेरते हुए अपने 130000 जवानों को तैनात कर रखा है। रूस ने यूक्रेन की सीमा, बेलारूस और काला सागर में अपने खतरनाक हथियार भी तैनात किए हैं।

Russia seizing Ukraine's ships

वहीं, अमेरिका नीत नाटो ने भी कहा है कि उसे रूस की सेना वापसी का कोई संकेत नहीं मिला है। नाटो के महासचिव जेम्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि मास्को से संकेत मिल रहे हैं कि हमें कूटनीति जारी रखनी चाहिए। हम आशान्वित हैं। उधर, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा कि रूस ने सैनिक घटाने की बात कही है वह स्वागत योग्य है, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला है। जबकि, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने कहा कि रूस पर तभी भरोसा होगा जब सैनिकों को मोर्चे से पीछे हटते देखेंगे। वहीं, मॉस्को पहुंचे जर्मनी के चांसलर ओलोफ शुल्ज ने रूसी सैनिकों की वापसी का स्वागत किया है।