नई दिल्ली। सावन के माह जितना महत्व सोमवार व्रत का है उतना ही मंगला गौरी व्रत का भी है। सावन के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस साल सावन के पहले मंगला गौरी का व्रत आज यानी 27 जुलाई को है। इस दिन माता पार्वती की पूजा करती हैं। सुहागिन महिलाएं माता पार्वती की आराधना कर मंगला गौरी का व्रत रखती हैं। मंगला गौरी व्रत भगवान शिव की अर्धांगनी माता पार्वती को समर्पित है।
मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त
सावन का पहला मंगला गौरी व्रत शोभन योग में पड़ रहा है। शोभन योग के नाम से ही पता चल रहा है कि ये शुभ कार्यों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। शोभन योग मंगलवार को रात 09 बजकर 11 मिनट तक है।
ऐसे में अगर आप मंगला गौरी का व्रत रखें। फिर विधि-विधान के साथ माता पार्वती की पूजा करें। पूजा में माता को 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करें। इसके अलावा माता पार्वती चालीसा का पाठ करना चाहिए इससे मां प्रसन्न होंगी। साथ ही माता पार्वती की आरती करें।
मंगला गौरी व्रत का महत्व
कहा जाता है कि मंगला गौरी का व्रत सुहागन महिलाएं रखती हैं। ये व्रत अपने पति के सुखी जीवन और लंबी आयु के लिए रखा जाता है। अखंड सौभाग्य की कामना से रखा जाने वाला ये व्रत संतान सुख भी देता है। इस व्रत को करने से संतान का जीवन भी सुखी रहता है।