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Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि के सातवें दिन इस विधि से करें मां कालरात्रि की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Chaitra Navratri 2022: इस वर्ष नवरात्रि के सातवें दिन शोभन योग का निर्माण हो रहा है, जिसे शास्त्रों में अत्यंत शुभ योगों में गिना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान किसी कार्य को करने से उसमें सफलता अवशय मिलती है।

नई दिल्ली। शक्ति उपासकों के लिए नवरात्रि का विशेष महत्व है। आज यानी 8 अप्रैल 2022, शुक्रवार को चैत्र नवरात्रि के इन नौ दिनों में से सातवां दिन है। इस दिन मां कालरात्री की पूजा करने का विधान है। मां कालरात्रि दुर्गा मां का सातवां स्वरूप हैं। उनका शरीर अंधेरे के समान काला होता है। उनके बाल लंबे और बिखरे हुए हैं। मां कालरात्रि ने गले में माला धारण की हुई है, जो हमेशा बिजली की तरह चमकती रहती है। मां कालरात्रि के चार हाथ हैं, जिनमें खड्ग, लौह शस्त्र, वरमुद्रा और अभय मुद्रा है। इस वर्ष नवरात्रि के सातवें दिन शोभन योग का निर्माण हो रहा है, जिसे शास्त्रों में अत्यंत शुभ योगों में गिना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान किसी कार्य को करने से उसमें सफलता अवशय मिलती है। ये शोभन योग 08 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक बना रहेगा।

पूजा का महत्व

मां कालरात्रि संकटों को दूर करने वाली माता हैं। इसलिए पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। उनपे मंडरा रहे संकट दूर होते हैं इसके अलावा बुरी शक्तियों का प्रभाव भी  समाप्त हो जाता है।

शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त- 04:33 सुबह से 05:18 सुबह

अभिजित मुहूर्त- 11:58 सुबह से 12:48 शाम

विजय मुहूर्त- 02:30 शाम से 03:20 शाम

गोधूलि मुहूर्त- 06:30 शाम से 06:54 शाम

अमृत काल- 02:28 पी एम से 04:16 पी एम

सर्वार्थ सिद्धि योग- 01:43 सुबह, अप्रैल 09 से 06:02 सुबह, अप्रैल 09