नई दिल्ली। अमेरिका में कच्चे तेल की कीमत के शून्य से नीचे चले जाने के बाद बुधवार को इसमें उछाल देखने को मिला। कोरोना वायरस महामारी के चलते मांग में अप्रत्याशित कमी के चलते कच्चे तेल पर लगातार दबाव देखने को मिल रहा है।
अमेरिकी मानक वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव जून डिलीवरी के लिए करीब 10 प्रतिशत चढ़कर 12.68 डॉलर प्रति बैरल पर था। एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार के दौरान इसमें लगभग 20 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।
आपको बता दें कि गुरुवार को कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत औंधे मुंह गिरी। तकरीबन 74 साल बाद कच्चे तेल की कीमत में इतनी कमी आई थी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक बैरल कच्चे तेल की कीमत -37.63 डॉलर के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था। जो इसका रिकॉर्ड निचला स्तर था। हालांकि अब इसकी कीमत में सुधार आ चुका है।