नई दिल्ली। कोरोना के रोजाना आने वाले मामलों में पिछले कुछ दिनों से कमी जरूर देखी जा रही है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि कोरोना के प्रति लापरवाही बरती जा सकती है। जी नहीं, कोरोना अब भी खतरनाक है, और इसको लेकर लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। पीएम मोदी ने भी कहा है कि, दवाई आने तक कोरोना के प्रति ढिलाई नहीं करनी है। ऐसे में अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अब कोरोना को लेकर कहा है कि, यह हम सभी की जिम्मेदारी है किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें और कोरोना को फैलने से रोकें। वहीं कोरोना की वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि देश में तीन कोरोना वैक्सीन का परीक्षण अग्रिम चरण में है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो देश में जल्द ही स्वदेशी कोरोना वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। बता दें कि देश में अब तक कोरोना के 74 लाख 32 हजार 681 मामले हैं। वहीं वायरस से मरने वालों की संख्या 1 लाख 12 हजार 998 है।
कोरोना के कहर को देखते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, सर्दी के मौसम और त्योहारों को देखते हुए कोरोना के खिलाफ जंग में अगले ढाई महीने बहुत अहम हैं। इसलिए यह हम सभी की जिम्मेदारी है किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें और सभी नियमों का पालन करें।
उन्होंने कहा कि, कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह एहितयात में कमी ना करे और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कोरोना से जुड़े दिशानिर्देशों का उपयुक्त रूप से पालन करे। स्वास्थ्य मंत्री कोरोना पर व्यवहार के विषय पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद यानी सीएसआईआर के संस्थान प्रमुखों और निदेशकों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।