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यूपी में वापसी की राह तलाश रही कांग्रेस ने खेला ब्राह्मण कार्ड, आचार्य प्रमोद ने दिया बड़ा बयान

Uttar Pradesh: दरअसल मेरठ पहुंचे आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पिछले सालों से यूपी में कोई ब्राह्मण मुख्यमंत्री नहीं हुआ है। वो चाहते हैं कि 2022 में उत्तर प्रदेश का होने वाला मुख्यमंत्री ब्राह्मण हो।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपनी पार्टी को मुस्लिम छवि से बाहर निकालने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की दिशा में कदम बढ़ा रहे है। वह लगातार पिछले कई दिनों से मंदिरों के दौरे कर रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस यूपी में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए अब ब्राह्मण कार्ड का इस्तेमाल करने में जुट गई है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने एक बड़ा बयान दिया है।

Acharya Pramod

दरअसल मेरठ पहुंचे आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पिछले सालों से यूपी में कोई ब्राह्मण मुख्यमंत्री नहीं हुआ है। वो चाहते हैं कि 2022 में उत्तर प्रदेश का होने वाला मुख्यमंत्री ब्राह्मण हो। ये बात आचार्य प्रमोद ने मेरठ के हस्तिनापुर में 21 फीट ऊंची भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण के मौके पर कहीं।इस कार्यक्रम में कई दलों के नेता पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के अलावा जेडीयू नेता केसी त्यागी, भाजपा के राज्यमंत्री सुनील भराला और समाजवादी पार्टी के नेता सन्तोष पाण्डेय भी शामिल हुए।

acharya pramod

वहीं किसान आंदोलन पर केंद्र पर निशाना साधते हुए प्रमोद कृष्णम ने कहा कि किसानों को सरकार पर भरोसा नहीं है। उन्होंने किसानों के लिए बने कृषि कानून जब किसानों को ही पसंद नहीं है तो फिर सरकार उन्हें थोपने का प्रयास क्यों कर रही है।