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Uproar In Congress: अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण का गांधी परिवार पर निशाना, बोले- कठपुतली अध्यक्ष बनाया तो डूबेगी पार्टी

चव्हाण ने ये मांग भी रखी कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार सभी पदों के लिए चुनाव कराया जाए। उन्होंने कहा कि सीताराम केसरी के वक्त 24 साल पहले कांग्रेस संगठन के पदों के लिए चुनाव हुआ था। अब संविधान के खिलाफ अध्यक्ष पदों पर लोगों को नामित कर देते हैं। जो नामित होता है, उसके खिलाफ कोई कुछ नहीं बोलता। नामित लोग कभी सही सलाह नहीं देते और इसी वजह से पार्टी हर जगह चुनाव हारती है।

नई दिल्ली। गुलाम नबी आजाद कांग्रेस छोड़कर चले गए। तमाम और नेता पहले ही जा चुके हैं। फिर भी कांग्रेस में आंतरिक उथलपुथल कम नहीं हो रही है। अब पार्टी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र में सीएम रहे पृथ्वीराज चव्हाण ने कांग्रेस को चलाने वाले गांधी परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चव्हाण ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में साफ कहा कि अगर गांधी परिवार ने किस को कठपुतली जैसा अध्यक्ष बनाकर पीछे से पार्टी को चलाने की कोशिश की, तो कांग्रेस बच नहीं पाएगी। चव्हाण का ये बयान रविवार को आया, जबकि पार्टी की कार्यसमिति CWC ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावों का खाका तय किया। इस खाके के तहत 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए वोटिंग और 19 अक्टूबर को काउंटिंग होनी है।

rahul gandhi and prithviraj chavan

चव्हाण ने ये मांग भी रखी कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार सभी पदों के लिए चुनाव कराया जाए। उन्होंने कहा कि सीताराम केसरी के वक्त 24 साल पहले कांग्रेस संगठन के पदों के लिए चुनाव हुआ था। अब संविधान के खिलाफ अध्यक्ष पदों पर लोगों को नामित कर देते हैं। जो नामित होता है, उसके खिलाफ कोई कुछ नहीं बोलता। नामित लोग कभी सही सलाह नहीं देते और इसी वजह से पार्टी हर जगह चुनाव हारती है। पृथ्वीराज चव्हाण ने ये भी कहा कि अगर राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाह रहे, तो वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए। वैकल्पिक व्यवस्था का मतलब चुनाव के जरिए कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुना जाए।

sonia and rahul gandhi

चव्हाण ने कहा कि गुलाम नबी का इस्तीफा देना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बहुत जूनियर और बाहर से आए तारिक हमीद कर्रा को राजनीतिक मामलों की समिति का चीफ बनाया गया। जबकि, गुलाम नबी को कर्रा के मातहत सदस्य बनाया गया। इसकी वजह क्या थी? चव्हाण ने इसे आजाद का अपमान बताया। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि सोनिया गांधी ने आजाद साहब और आनंद शर्मा को चुनाव अभियान में शामिल करने की कोशिश की, लेकिन नीचे के लोगों ने (कोटरी) सोनिया जी की बात भी नहीं मानी। उन्होंने कहा कि जी-23 के नेताओं ने जो चिट्ठी लिखी थी, उसपर अब भी हम कायम हैं। अब कदम उठाने का वक्त है। अगर ऐसा न हुआ, तो कांग्रेस को बचाना मुश्किल होगा।