नई दिल्ली। मंगलवार को दिनदहाड़े राजस्थान के उदयपुर में एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। दरअसल, कन्हैयालाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया था, जिसके बाद अपनी आतंकी सोच का परिचय देकर रिफीक मोहम्मद और रियाज मोहम्मद नाम के दो आरोपियों ने तलवार से गला रेतकर सरेआम दिनदाहड़े कन्हैयालाल की हत्या कर दी। बता दें कि उदयपुर के धानमंडी स्थित भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स नाम से दुकान है, जहां हत्यारे कपड़े के नाप देने के बहाने गए थे और कपड़े का नाप लेने के दौरान उनकी हत्या हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के बाद सूबे में सनसनी जैसा आलम है। ऐसे में एक बार फिर से गहलोत सरकार कानून-व्यवस्था के मसले को लेकर सवालिया कठघरे में आ चुकी है।
मदरसों की जांच हो- आरिफ मोहम्मद
अब इस मामले के बाद केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मदरसों को लेकर और उनमें हो रही पढ़ाई को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इसके अलावा केरल के राज्यपाल ने मदरसों की जांच करने से संबंधित बातें कहीं है। उदयपुर कांड के बाद आरिफ मोहम्मद खान ने कहा- “जब हम परेशान होते हैं, जब लक्षण तो दिखते हैं। लेकिन हम बीमारी को नजरअंदाज कर देते हैं। मदरसों में बच्चों को सिखाया जा रहा है कि ईशनिंदा की सजा सिर काटना है। इसको खुदा के कानून के तौर पर पढ़ाया जा रहा है। मदरसों में जो सिखाया जा रहा है, उसकी जांच होनी चाहिए”।
We worry when symptoms come but refuse to notice the deeper disease. Children are being taught in madrassas that punishment for blasphemy is beheading. It’s being taught as the law of God…What’s being taught there should be examined: Kerala Gov AM Khan on Udaipur beheading case pic.twitter.com/oqys2KFGyS
— ANI (@ANI) June 29, 2022
बता दें कि आज कन्हैया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैया के शरीर पर इंसानियत के इन दुश्मनों ने 26 वार किए थे। इसके अलावा बताया जा रहा है कि कन्हैया की गर्दन को रेतकर अलग कर दिया गया था और उनके शरीर को 13 जगह से काटा गया था। ज्ञात रहे कि आरोपियों ने हत्याकांड का वीडियो सोशल मीडिया में भी साझा किया था। इस वीडियो में साफ देखा जा रहा था इन लोगों को चैहरे पर इस घिनोने कृत्य के लिए किसी भी प्रकार का डर नहीं था।