नई दिल्ली। एक तरफ जहां देशभर में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचाया हुआ है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो, देश में 3,32,730 कोरोना के मामले सामने आए हैं। वहीं एक दिन में कोरोना की चपेट में आने से 2,263 लोगों की मौत हुई है। वहीं शुक्रवार को कोरोना के बिगड़ते हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में शामिल हुए। लेकिन इसी मीटिंग में अरविंद केजरीवाल का संबोधन विवाद में आ गया है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई इस बैठक में केजरीवाल ने जो संबोधन दिया, वो लाइव किया गया। बता दें कि ये पहली बार है जब प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ निजी बातचीत को टेलीकास्ट किया गया है। वहीं अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की बातचीत लाइव करने पर पीएम मोदी की ओर से आपत्ति जाहिर की गई। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने मीटिंग के बीच में केजरीवाल को टोकते हुए कहा कि ये परंपराओं और प्रोटोकॉल के खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री ऐसी मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट कर रहा है। ये उचित नहीं है। हर किसी को संयम का पालन करना चाहिए। वहीं केजरीवाल ने कहा- अगर मेरी तरफ से कोई गुस्ताखी हुई है या आचरण में कोई गलती हुई है तो मैं इसके लिए माफी चाहता हूं।
During the in-house meeting, CM @ArvindKejriwal televised his part. PM @narendramodi was informed about it during the meeting but #ArvindKejriwal continued. Later Delhi CM apologised for telecast
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— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) April 23, 2021
उधर इसपर अब दिल्ली के मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से सफाई भी दी गई। मुख्यमंत्री के कार्यालय का कहना है कि उन्हें कभी निर्देश नहीं दिया गया था कि संबोधन को लाइव नहीं किया जा सकता है। अगर इससे कोई दिक्कत हुई है तो वह अपनी ओर से खेद प्रकट करते हैं।
केजरीवाल द्वारा की गई इस हरकत के बाद इसे विश्वास के उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है। उधर, सरकारी सूत्रों ने आरोप लगाया कि इस बैठक में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जरूरी सुझाव देने की जगह राजनीतिक बयान दिए। रेलवे की ओर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाकर राज्यों की ओर से मदद की जा रही है, लेकिन दिल्ली सरकार ने ऐसी कोई मांग नहीं की।