नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती (BSP chief Mayawati) ने गुरुवार को कानून व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) पर बड़ा हमला बोला है। एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं। एक भी दिन ऐसा नहीं जाता है जब महिलाओं के खिलाफ अपराध न होते हों…।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि अगर वह कानून-व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से गुजारिश करती हूं कि उन्हें गोरखपुर मठ भेज दिया जाए। मायावती ने कहा कि यूपी में अपराधी, माफिया और बलात्कारी अब बेलगाम हो चुके हैं और योगी सरकार इन्हें रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने पर विचार करना चाहिए।
#WATCH | UP CM Yogi Adityanath should resign if he can’t ensure safety to women. I urge the Central govt to send him to his place – Gorakhnath Math. If he doesn’t like the temple, he should be given the task of Ram Temple construction: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/tYodWKxECT
— ANI (@ANI) October 1, 2020
बलरामपुर की घटना पर प्रियंका गांधी का तंज
कांग्रेस की महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने गुरूवार को बलरामपुर जिले में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। प्रियंका गांधी ने ट्विटर के माध्यम से लिखा कि, हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई। यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए।
हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई।
यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 1, 2020