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Jammu-Kashmir: कांग्रेस को जोरदार झटका, गुलाम नबी आजाद के सपोर्ट में 64 नेताओं ने एक साथ दिया इस्तीफा

Jammu-Kashmir: इसी बीच अब गुलाम नबी आजाद समर्थन में पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद समेत जम्मू-कश्मीर के 64 कांग्रेस नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व डिप्टी सीएम के अलावा पूर्व मंत्री अब्दुल माजिद वानी, बलवान सिंह, मनोहर लाल शर्मा, चौधरी घारू राम, गुलाम हैदर मालिक, विनोद शर्मा, विनोद मिश्रा, नरेंद्र शर्मा समेत 60 से ज्यादा नेताओं के नाम शामिल है।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से कांग्रेस के लिए बुरी खबर सामने आई है। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी को जोरदार झटका लगा है। जब से गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है, तब से पार्टी को एक के बाद एक तगड़े झटके लग रहे है। बीते दिनों गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी में इस्तीफों की झड़ी लग गई थी। कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। जिनमें जीएम सरूरी (GM Saroori), हाजी अब्दुल राशिद (Haji Abdul Rashid), मोहम्मद अमीन भट (Mohd Amin Bhat), गुलजार अहमद वानी (Gulzar Ahmad Wani) समेत कई और नेताओं के नाम शामिल है। इसी क्रम में जम्मू से कांग्रेस को झटका लगा है। दरअसल गुलाम नबी आजाद के सपोर्ट में घाटी में एक साथ 64 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि इस्तीफे देने वालों में कई बड़े नेता भी शामिल है। सभी

इसी बीच अब गुलाम नबी आजाद समर्थन में पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद समेत जम्मू-कश्मीर के 64 कांग्रेस नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व डिप्टी सीएम के अलावा पूर्व मंत्री अब्दुल माजिद वानी, बलवान सिंह, मनोहर लाल शर्मा, चौधरी घारू राम, गुलाम हैदर मालिक, विनोद शर्मा, विनोद मिश्रा, नरेंद्र शर्मा समेत 60 से ज्यादा नेताओं के नाम शामिल है। इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों की चिट्ठी लिखकर अपना दर्द बयां किया था। इतना ही नहीं इस त्याग पत्र में उन्होंने बार-बार राहुल गांधी को निशाने पर लिया था।

ज्ञात हो कि गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के साथ ही नई पार्टी बनाने का भी ऐलान किया था। ऐसे में ये भी खबर है कि सभी 64 नेता आजाद की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हैरान करने वाली बात ये भी है कि इन 64 नेताओं ने ऐसे वक्त में पार्टी को झटका दिया है जब घाटी में विधानसभा चुनाव की चर्चा जोरों पर है।