मुंबई। एनसीपी किसकी है? इस सवाल का जवाब आज मिल जाने की उम्मीद है। वजह ये है कि शरद पवार और उनके बागी भतीजे अजित पवार ने अलग-अलग बैठक बुलाई है। शरद पवार ने यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में बैठक बुलाई है। वहीं, अजित पवार ने एमईटी परिसर में अपने समर्थक नेताओं को बुलाया है। शरद पवार गुट की तरफ से उनकी तरफ से नियुक्त चीफ व्हिप जीतेंद्र आव्हाड ने बैठक के लिए व्हिप जारी किया है। इसमें 1 बजे सभी विधायकों को हाजिर होने के लिए कहा गया है। दूसरी तरफ अजित पवार गुट की तरफ से शिवाजीराव गरजे ने बैठक के लिए विधायकों, प्रदेश, जिला और तालुका से पदाधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया है। अजित गुट के बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक शरद पवार ने खुद एनसीपी के सभी विधायकों को फोन किया है। वहीं, अजित पवार का गुट दावा कर रहा है कि उनके साथ एनसीपी के 40 विधायक, 3 एमएलसी और कुछ सांसद हैं। ऐसे में आज शक्ति परीक्षण से तय होगा कि एनसीपी शरद पवार के पास बची या भतीजे अजित पवार उसपर काबिज हो चुके हैं। जानकारी के मुताबिक अजित पवार के गुट ने एनसीपी के मसले पर कानूनी सलाह भी ली है। दरअसल, किसी पार्टी में टूट के लिए दो-तिहाई विधायकों का साथ होना जरूरी है। एनसीपी में टूट के लिए अजित पवार को कम से कम 36 विधायकों का समर्थन चाहिए। अजित के पास अभी विधायकों की संख्या को लेकर स्थिति बहुत साफ नहीं है।
अजितदादांनी सत्य आणि
धर्माची कास धरली : सुधीर मुनगंटीवार?https://t.co/rW21ANtXS9#SudhirMungantiwar #AjitPawar pic.twitter.com/k6IhAwthNU
— ABP माझा (@abpmajhatv) July 4, 2023
इस बीच, बीजेपी ने शरद पवार को अपने समर्थक विधायकों का परेड कराने की चुनौती दी है। शरद पवार को ये चुनौती बीजेपी के बड़े नेता सुधीर मुनगंटीवार ने दी है। मुनगंटीवार ने कहा कि एनसीपी के विधायक अजित पवार के साथ हैं। इन विधायकों ने विकास और सच्चाई का साथ दिया है। मुनगंटीवार ने कहा कि वो शरद पवार को चुनौती दे रहे हैं कि अपने समर्थक विधायकों को सामने लाकर दिखाएं।