newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bihar News: जेडीयू से पहले बिहार कांग्रेस में होगा खेला!, उपेंद्र कुशवाहा का दावा

Bihar News: महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बाद अब बिहार में भी कुछ ऐसी ही परिस्थितियां पैदा होने की संभावना जताई जा रही है। इसी बीच अब राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी इसे लेकर बड़ा दावा कर दिया है। उन्होंने दो टूक कह दिया है कि आगामी दिनों में ऐसी ही स्थिति बिहार में भी देखने को मिलेगी। उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि जेडीयू से पहले हो सकता है कि कांग्रेस में ही कोई बगावत का झंडा उठा ले।

नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा की फाइल फोटो।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में तो अजित पवार ने खेला कर दिया है, लेकिन अब कयास लगाए जा रहे हैं कि ऐसाो ही खेला आगामी दिनों में बिहार में भी हो सकता है। बिहार में है कोई जो बगावत का बिगुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ फूंक सकता है। आखिर कौन है वो? यह तो फिलहाल किसी को नहीं पता, लेकिन अजित पवार द्वारा बगावत का झंडा बुलंद किए जाने के बाद अब ऐसे कयासों को बल मिल रहा है। बता दें कि बीते दिनों रविवार को अजित पवार अपने 9 समर्थक विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए। शिंदे सरकार में शामिल होने से पहले अजित पवार ने अपने समर्थकों के आवास पर बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद अजित पवार अपने समर्थकों के साथ राजभवन रवाना हुए, जहां पर पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसके साथ ही छगन भुजबल समेत 9 एनसीपी नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। वहीं, माना जा रहा है कि अजित पवार को आगामी दिनों में वित्त मंत्रालय का प्रभार दिया जा सकता है। ध्यान दें कि इससे पहले भी वे वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

बहरहाल, महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बाद अब बिहार में भी कुछ ऐसी ही परिस्थितियां पैदा होने की संभावना जताई जा रही है। इसी बीच अब राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी इसे लेकर बड़ा दावा कर दिया है। उन्होंने दो टूक कह दिया है कि आगामी दिनों में ऐसी ही स्थिति बिहार में भी देखने को मिलेगी। उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि जेडीयू से पहले हो सकता है कि कांग्रेस में ही कोई बगावत का झंडा उठा ले। हालांकि, उन्होंने किसी के नाम का खुलासा नहीं किया है कि आखिर कौन है वो शख्स, जो बगावत की इबारत बिहार में लिख सकता है, लेकिन यह बहुत मुमकिन है कि आगामी दिनों में पैदा होने जा रही सियासी स्थितियां वहां के सियासी नुमाइंदों के लिए दुश्वारियां पैदा कर सकें। रालोसपा प्रमुख ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस के लोग तैयार बैठे हुए हैं।

वहीं, उन्होंने इस बात की भी संभावना जताई है कि आगामी जदयू में लोगों में असंतोष अपने चरम पर पहुंच चुका है। बता दें कि साल 2021 में उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू में अपना विलय करा लिया था, जिसके बाद उन्होंने 2022 में जदयू से दूरी बनाना शुरू कर दिया। उनके इस कदम से कयास लगाए जाने लगे कि नीतीश कुमार से उनकी नाराजगी गहराती जा रही है। हालांकि, जब नीतीश कुमार से उपेंद्र कुशवाहा के रूख को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि उनकी किसी से कोई नाराजगी नहीं है, वो तो अपनी मर्जी से ही हमारे पास आए थे। हमने उन्हें नहीं बुलाया था। अब जब वो हमसे दूर जाना चाहते हैं, तो हम इस पर कुछ भी नहीं कहेंगे।

upendra kushwaha and nitish kumar

बहरहाल, उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर अभी तक किसी भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब आगामी दिनों मे इस पर किसी की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है और बिहार की राजनीति में क्या कुछ परिवर्तन देखने को मिलते हैं। बता दें कि गत वर्ष नीतीश कुमार ने बीजेपी को गच्चा देने के बाद राजद से हाथ मिलाकर सरकार बनाई थी, जिसके बाद अमित शाह ने सहरसा में जनसभा को संबोधित करने के क्रम में दो टूक कह दिया था कि नीतीश कुमार के लिए एनडीए के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं।