गांधीनगर। गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इससे ठीक पहले बीजेपी यहां एक बार फिर सत्ता हासिल करने के लिए अपना घर दुरुस्त करने में फिर जुट गई है। घर को दुरुस्त कर चुनाव जीतने की तैयारी के तहत बीजेपी ने गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार से दो कद्दावर मंत्रियों को अहम विभागों से हटा दिया है। शनिवार शाम को अचानक सीएम पटेल ने राजेंद्र त्रिवेदी और पूर्णेश मोदी से उनके अहम विभाग छीन लिए हैं। राजेंद्र त्रिवेदी के पास राजस्व जैसा विभाग था। वहीं, पूर्णेश मोदी सड़क और इमारत विभाग के मंत्री थे। बीजेपी का ये कदम सभी को चौंका रहा है।
बीजेपी अपने ऐसे ही कदमों की वजह से हमेशा सियासत में चौंकाती रहती है। गुजरात में इससे पहले बीजेपी ने अचानक सीएम विजय रूपाणी को हटा दिया था। वहीं, उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत और फिर पुष्कर सिंह धामी को बीजेपी ने सीएम बनाया था। जबकि, कर्नाटक में चुनाव से पहले बीजेपी ने सीएम पद से बीएस येदियुरप्पा को हटाया था। बीजेपी को ऐसे कदमों से फायदा हुआ है। वैसे भी जहां भी बीजेपी या एनडीए की सरकार है, वहां असल में बीजेपी तो पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही वोट मांगती है। अब गुजरात में राजेंद्र त्रिवेदी और पूर्णेश मोदी को हटाकर बीजेपी ने एक बार फिर सियासत को जानने वालों के लिए सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर इस एक्शन की वजह क्या है?
गुजरात सरकार के सूत्रों के मुताबिक अब गृह राज्य मंत्री हर्ष सिंघवी को राजस्व विभाग के राज्य मंत्री का अतिरिक्त जिम्मा दिया गया है। जबकि, उद्योग, वन और पर्यावरण के राज्य मंत्री जगदीश पांचाल को सड़क और इमारत विभाग का राज्य मंत्री भी बनाया गया है। मुख्य काम सीएम भूपेंद्र पटेल देखेंगे। राजेंद्र त्रिवेदी से राजस्व विभाग छीनने के बाद अब उनके पास आपदा प्रबंधन, कानून और न्याय, विधायी और संसदीय कार्य विभाग रह गए हैं। वहीं, पूर्णेश मोदी के पास अब परिवहन, नागर विमानन, पर्यटन और तीर्थाटन विभाग हैं।