नई दिल्ली। कथित आबकारी घोटाले के बारे में सीबीआई ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया। मनीष ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले अपनी मां से आशीर्वाद लिया। उनकी पत्नी ने आरती उतारी और मुंह मीठा कराया। इसका वीडियो सिसोदिया ने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी किया। जिसपर बीजेपी ने निशाना साधा है। बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सिसोदिया का नाम लिए बगैर ट्वीट किया, ‘जो लोग अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए अपनी बीवी, मां और बच्चों तक को राजनीति में दलदल में झोंक देते हैं, वो चरित्र से कितने कमजोर लोग होते होंगे।’
जो लोग अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए अपनी बीवी, माँ और बच्चों तक को राजनीति के दलदल में झोंक देते है, वो चरित्र से कितने कमज़ोर लोग होते होंगे।
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 17, 2022
मालवीय ने इससे पहले सिसोदिया के घर से निकलने से पहले के वीडियो को लेकर भी तंज कसा। मालवीय ने लिखा कि मनीष सिसोदिया और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच एक समानता है। दोनों कैमरों के सामने आए, अपनी पत्नी और मां से उनको बधाई मिली, खुली छत वाली कार में दोनों कुछ समर्थकों के साथ गए। हो सकता है कि नतीजा एक जैसा ही हो। राउत अब जेल में ही हैं। हमेशा के लिए। इसके अलावा राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ का उदाहरण देते हुए मालवीय ने सिसोदिया पर एक और ट्वीट में तंज कसा।
There are eerie similarities between Manish Sisodia and Sanjay Raut, both stepped out for the cameras, got greeted by their wife and mother, drove through a handful of supporters in an open roof car…
The outcome may well be the same. Raut has been in jail now, forever.
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 17, 2022
Someone remind Sisodia that he has been summoned for corruption and is not going for Satyagrah. Rahul Gandhi also threw similar tantrums but ended but recording his statement over 5 days.
Despite the bravado, he has to face the agencies alone. There will be no Kejriwal to tutor.
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 17, 2022
बता दें कि मनीष सिसोदिया पर दिल्ली में आबकारी घोटाला करने का आरोप सीबीआई ने लगाया है। सीबीआई ने जो केस दर्ज किया है, उसमें सबसे पहला आरोपी सिसोदिया को ही बनाया है। मनीष के घर पर सीबीआई ने छापा भी मारा था। उनके बैंक लॉकर की जांच की थी। सिसोदिया लगातार दावा कर रहे हैं कि जांच एजेंसी को उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।