नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है लेकिन कोरोना का कहर देश के कुछ राज्यों में तेजी से बढ़ा है। बढ़ती ठंढ के बीच पहले से कहा गया था कि कोरोना के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। ऊपर से त्यौहारी मौसम की वजह से बाजारों में तेजी से बढ़ती भीड़ ने भी कई शहरों में कोरोना विस्फोट कर डाला। जिसकी वजह से लगातार कोरोना के देश के कई राज्यों में अपना पैर पसार रही है। आपको बता दें कि अभी केंद्र सरकार की तरफ से हरियाणा, मणिपुर, गुजरात और राजस्थान में कोरोनावायरस के प्रसार के निगरानी के लिए केंद्र ने टीमें भेजी हैं। लेकिन अब केंद्र सरकार ऐसे और राज्यों में अपनी टीम भेजने पर विचार कर रही है जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं।
केंद्र सरकार ने एक तरफ देश के चार राज्यों में पहले ही अपनी टीम भेज रखी है। वहीं महाराष्ट्र और दिल्ली में बिगड़ रहे हालात के साथ केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भी बिगड़ रही स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार अब अपनी टीमें इन राज्यों में बी भेजने पर विचार कर रही है। वहीं एक तरफ से यह खबर आ रही है कि महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते कहर के बीच जहां इस साल के अंत तक स्कूलों को नहीं खोलने का फैसला किया है वहीं हरियाणा में भी इसी वजह से सरकार ने स्कूलों में 30 नवंबर तक बंद रखने का फैसला किया है। वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार इस पर भी विचार कर रही है कि दिल्ली से आनेवाली ट्रेनें और हवाई यात्रा पर भी राज्य में रोक लगाई जाए। सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र सरकार की तरफ से इसको लेकर फैसला भी ले लिया गया है।
इससे पहले बता दें कि देश में बढ़ती सर्दी को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही राज्यों को सलाह दे दी थी कि सर्दियों में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है ऐसे में राज्य एहतियात बरतने के साथ कोरोना को लेकर जांच की सीमा भी बढ़ाएं और उन मरीजों की पहचान भी करें जिन्हें अब तक पहचाना नहीं जा सका है। साथ ही कोरोना के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर भी जोर देने के लिए राज्यों से आग्रह किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात को पहले ही राज्यों के कह चुका है कि कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से पकड़ में नहीं आने की वजह से इसका संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है।
केंद्र सरकार की टीमें इस दौरान उन जिलों का दौरा करेंगी जहां कोविड-19 के मामले तेजी से बढे हैं और वहां इसके संक्रमण को कैसे रोका जाए, नियंत्रण के लिए किन उपायों को अपनाया जाए, उसकी निगरानी कैसे की जाए, जांच की संख्या कैसे बढ़ाई जाए और संक्रमित मामलों को कैसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाए इसके साथ ही राज्यों के द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों को कैसे मजबूत किया जाए इसमें भी केंद्र सहयोग देगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय यह भी मान रहा है कि दिल्ली में प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों और मौतों की संख्या में वृद्धि की सीधा प्रभाव हरियाणा और राजस्थान में आने वाले एनसीआर के क्षेत्रों में देखा जा रहा है। इन इलाकों में भी कोविड-19 संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।