आजमगढ़। यूपी के पूर्वांचल में स्थित आजमगढ़ का नाम बदलने पर क्या सीएम योगी आदित्यनाथ विचार कर रहे हैं? ये सवाल कल से चर्चा में है। इसकी वजह योगी का आजमगढ़ की जनसभा में दिया गया भाषण है। योगी ने आजमगढ़ लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के वास्ते रविवार को दो जनसभाएं की थीं। इन जनसभाओं में योगी ने आजमगढ़ का नया नाम लिया था। योगी ने अपनी जनसभाओं में कहा था कि बीजेपी प्रत्याशी निरहुआ को चुनाव जिताकर ‘आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ करने का लोगों के पास सुनहरा अवसर है।’ बता दें कि पिछले कार्यकाल के दौरान योगी सरकार ने फैजाबाद का नाम अयोध्या किया था। इसके अलावा झांसी और मिर्जापुर स्टेशन के नाम बदले गए थे।
आजमगढ़ को आर्यमगढ़ बनाने की प्रक्रिया के साथ जुड़ने का अवसर आपके पास आया है।
चूकिएगा मत! pic.twitter.com/7E4nS4udjk
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 19, 2022
योगी ने अपनी जनसभा में समाजवादी पार्टी और बीएसपी पर भी जमकर निशाना साधा। योगी ने कहा कि सपा ने आजमगढ़ को आतंकवाद का गढ़ बना दिया। उन्होंने कहा कि यूपी को आजमगढ़ ने दो सीएम दिए। इन दोनों ने यूपी के विकास के लिए कोई काम नहीं किया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती का नाम लिए बगैर योगी ने कहा कि जिस दूसरे सीएम को आजमगढ़ ने मौका दिया, वो भी यहां से आतंक का साम्राज्य कम नहीं कर सका। दरअसल, आजमगढ़ से कई बार आतंकी गिरफ्तार हो चुके हैं। योगी का इशारा इसी तरफ था।
आजमगढ़ को समाजवादी पार्टी की सरकार ने आतंकवाद का गढ़ बना दिया था… pic.twitter.com/9XW4mN3AsN
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 19, 2022
आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव की बात करें, तो यहां से बीजेपी ने लोकगायक निरहुआ को मैदान में एक बार फिर उतारा है। वहीं, सपा से धर्मेंद्र यादव और बीएसपी से गुड्डू जमाली किस्मत आजमा रहे हैं। आजमगढ़ संसदीय सीट लगातार 5 बार से सपा के कब्जे में है। 2019 में इस सीट से अखिलेश यादव सांसद चुने गए थे। यूपी विधानसभा चुनाव में करहल सीट जीतने के बाद उन्होंने आजमगढ़ के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था।