newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

जामिया हॉस्टल के छात्र कर रहे हैं लॉकडाउन का उल्लंघन, दीवार फांदकर जा रहे हैं बाहर

जामिया मिलिया इस्‍लामिया ने गुरुवार को एक एडवाइजरी जारी कर हॉस्‍टल में रह रहे छात्र-छात्राओं से लॉकडाउन और सोशल डिस्‍टेंसिंग के अनुपालन में सहयोग करने के लिए कहा है

नई दिल्ली। कोरोनावायरस का देश की राजधानी दिल्ली में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। पूरे देश में लॉकडाउन को लागू हुए 1 महीने से ऊपर हो चुका है मगर फिर भी लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच सभी विश्वविद्यालय बंद हैं। अब दिल्ली स्थित विश्विद्यालय जामिया मिलिया इस्‍लामिया ने गुरुवार को एक एडवाइजरी जारी कर हॉस्‍टल में रह रहे छात्र-छात्राओं से लॉकडाउन और सोशल डिस्‍टेंसिंग के अनुपालन में सहयोग करने के लिए कहा है क्‍योंकि कोरोना वायरस महामारी अब खतरनाक चरण में प्रवेश करने के लिए तैयार है।

एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पुरुष छात्र परिसर की दीवार फांदकर बाहर जा रहे हैं। एडवाइजरी में छात्रों को इस तरह की गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहा गया है। किसी भी तरह से पुरुष छात्र परिसर की दीवार को लांघा न जाए। जामिया मिलिया इस्लामिया की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि कुछ पुरुष हॉस्‍टल में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां छात्र दीवार फांदकर बाहर जाते हुए देखे गए हैं। यह मामला कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए बहुत ही गंभीर है और सुरक्षा जाल को तोड़ने एवं सोशल डिस्‍टेंसिंग के पूरे प्रयासों को खतरे में डालने वाला है। एडवाइजरी में सभी वार्डन को इस पर ध्‍यान देने की सलाह दी गई है और ऐसी परिस्थिति को बर्दाश्‍त न करने की बात कही है।

इसके साथ ही विश्विद्यालय की ओर से जारी एडवाइजरी में ये भी कहा गया है कि यदि छात्रों को एटीएम या अस्‍पताल जाने की आवश्यकता है, तो वे अपने हॉस्टल वार्डन को इसकी जानकारी देंगे और उन्‍हें छोटे-छोटे समूहों में ले जाने हेतु उनके लिए एक वाहन या एम्‍बूलेंस का इंतजाम किया जाएगा।

बता दें जारी एडवाइजरी के मुताबिक सभी हॉस्‍टल वार्डनों को अपने छात्रों के स्‍वास्‍थ्‍य पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया यदि किसी छात्र को बुखार, जुकाम या खांसी के कोई भी लक्षण पाए जाएं तो तुरंत इसकी जानकारी देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही जारी एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अवसाद और उदासी के लक्षणों वाले मामलों पर भी कड़ी नजर रखी जाए। गौरतलब है कि दिल्ली देश में सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित राज्यों में से एक है जिसके चलते केंद्र और राज्य सरकारें लगातार एक एक केस पर नजर बनाए हुए हैं।