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एक शख्स ने पूरे शहर को दे दिया कोरोना का खौफ, इतनों को कर चुका है संक्रमित

नागपुर में 5 अप्रैल को 68 साल के अब्दुल लतीफ की मौत हो गई लेकिन अपने परिवार और रिश्तेदार और पड़ोसियों को वो मुफ्त में महामारी कोरोनावायरस देकर गए हैं।

नागपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ भारत एक महायुद्ध लड़ रहा है। लेकिन अभी तक इसका खतरा कम नहीं हुआ है। वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की मानें तो ये लड़ाई लंबी चलने वाली है। बेशक भारत सरकार, आप और हम सभी इस वायरस के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ रहे हैं लेकिन इस लड़ाई में हर रोज नए खलनायक सामने आ रहे हैं।

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इस लड़ाई में महाराष्ट्र के नागपुर से एक ऐसा खलनायक सामने आया है जिसकी वजह से संतरों के शहर में हर ओर दहशत फैली हुई है। नागपुर में दुबई से लौटे एक शख्स के चलते शहर के कम से कम 44 लोगों पर कोरोना वायरस के जानवेला हमले का संकट मंडरा रहा है, जबकि 144 लोगों की रिपोर्ट आने का अभी सभी को इंतजार है। सिर्फ एक व्यक्ति की लापरवाही का अंजाम कितने लोगों को भुगतना पड़ सकता है ये इस खबर से साफ हो रहा है।

खबर के मुताबिक नागपुर में 5 अप्रैल को 68 साल के अब्दुल लतीफ की मौत हो गई लेकिन अपने परिवार और रिश्तेदार और पड़ोसियों को वो मुफ्त में महामारी कोरोनावायरस देकर गए हैं। इस अकेले एक व्यक्ति के जरिए सिर्फ उसके परिवार को ही कोरोना नहीं हुआ है बल्कि इसकी जद में आकर उसके रिश्तेदारों और पूरे मोहल्ले को कोरोना वायरस संक्रमण हो गया। अब्दुल लतीफ का परिवार बहुत बड़ा है। पहले अब्दुल के बेटे को कोरोना हुआ, उससे पहली बहू को इन्फेक्शन फैला। बहू से उसके भाई और भाभी को भी कोरोना हो गया। अब्दुल लतीफ की तीन बेटियों को भी इन्फेक्शन हुआ। सोचिए कैसा चेन रिएक्शन हुआ कि दूसरी बेटी की दो बेटियों और एक बेटे को भी ये बीमारी लग गई। पूरे परिवार में अब तक 26 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

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अब आप जरा सोचिए कि अकेले अब्दुल लतीफ की वजह से उसका पूरा का पूरा कुनबा जानलेवा वायरस का शिकार हो गया है। बता दें कि अब्दुल लतीफ तीन अप्रैल को अस्पताल पहुंचे थे, वो ठीक हो सकने वाली बीमारी टीबी के मरीज थे लेकिन मौत के बाद जब कोरोना टेस्ट हुआ तो वो पॉजिटिव पाए गए। जब अब्दुल की मौत के बाद पुलिस की जांच शुरू हुई तो पता चला मामला कुछ और ही था। दरअसल लतीफ तो दुबई से लौटे थे और उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी थी। पूछताछ शुरू हुई तो पता चला कि अब्दुल लतीफ 19 ऐसे लोगों के लगातार संपर्क में थे जिनकी नागपुर में दुकानें हैं।

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इस मामले के बाद प्रशासन सकते में आ गया है। एहतियातन अब्दुल के परिवार के 89 लोगों का सैंपल लिया गया, जिनमें से 42 सदस्य कोरोना पॉजेटिव मिले हैं, जबकि परिवार के 36 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी बाकी है। इसके साथ ही लतीफ के परिवार से बाहर 110 लोगों का सैंपल लिया गया जिसमें दो कोविड-19 पॉजिटिव मिले हैं और 108 लोगों की रिपोर्ट आज सामने आ सकती है। कुल मिलाकर देखा जाए तो नागपुर में इस एक जगह पर एक शख्स के चलते 199 लोगों का टेस्ट किया गया है जिसके बाद 44 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए और 144 लोग अभी तक इसकी चिंता में पड़े हुए हैं। क्योंकि उनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।