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हिरासत में लिए गए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, बॉर्डर सील करने का कर रहे थे विरोध

कर्मचारियों को सैलरी देने की खातिर केंद्र सरकार से फंड मांगने पर तिवारी ने कहा कि दिल्‍ली सरकार के पास ‘ऐडवर्टिजमेंट देने के लिए पैसे हैं और सैलरी देने के पैसे नहीं हैं।’ बॉर्डर सील करने पर उन्‍होंने कहा कि ‘दिल्‍ली की सारी व्‍यवस्‍था सिर्फ बातों पर रह गई है, जमीन पर नहीं है।’

नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के सभी बॉर्डर अगले एक हफ्ते के लिए सील करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को इसकी घोषणा की। वहीं केजरीवाल सरकार के इस फैसले का दिल्ली भाजपा ने विरोध किया है। दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत कई भाजपा नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सबको राजेंद्र नगर थाने ले जाया गया है।

Manoj Tiwari

हिरासत में लिए जाने से पहले मनोज तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘दिल्‍ली के लोगों के लिए बेड की व्‍यवस्‍था हो। प्राइवेट हॉस्पिटल्‍स में 5 लाख रुपये जमा किए बिना एंट्री नहीं है। हमने इस दिल्‍ली की कल्‍पना थोड़े ही की थी। दिक्‍कतें बहुत हैं।” कर्मचारियों को सैलरी देने की खातिर केंद्र सरकार से फंड मांगने पर तिवारी ने कहा कि दिल्‍ली सरकार के पास ‘ऐडवर्टिजमेंट देने के लिए पैसे हैं और सैलरी देने के पैसे नहीं हैं।’ बॉर्डर सील करने पर उन्‍होंने कहा कि ‘दिल्‍ली की सारी व्‍यवस्‍था सिर्फ बातों पर रह गई है, जमीन पर नहीं है।’

मनोज तिवारी ने लॉकडाउन तोड़ने की बात को सिरे से खारिज किया। मास्‍क लगाए हुए तिवारी ने कहा कि हमने प्रोटेस्‍ट सोशल डिस्‍टेंसिंग के साथ कर रहे थे मगर पुलिस का सम्‍मान करते हैं। उन्‍होंने कहा, “हम लोग नियम-कानून से ही प्रोटेस्‍ट कर रहे थे। हम सिर्फ दिल्‍ली सरकार जो दिल्‍ली के साथ अन्‍याय कर रही है, उसको अंडरलाइन कर रहे हैं। हम लोग सिर्फ पांच-छह लोग हैं, हमने कोई उल्‍लंघन नहीं किया।”