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कोरोनावायरस के संक्रमण से हैंडवॉश-सोशल डिस्टेंसिंग से भी अधिक ये चीज बचाती है!

अब एक स्टडी में जो दावा किया गया है वह बेहद चौंकानेवाला है। दावे की मानें तो मास्क पहनने वाले लोगों को कोरोनावारस से संक्रमित होने का खतरा सबसे कम है।

नई दिल्ली। जहां एक तरफ कोरोना के कहर से पूरी दुनिया कराह रही है। वहीं सोशल डिस्टेसिंग और बार-बार हेंड सेनिटाइजेशन को इससे बचाव का कारगर उपाय बताया जा रहा है। लगातार मास्क पहनने की भी बात की जा रही है। लेकिन अब एक स्टडी में जो दावा किया गया है वह बेहद चौंकानेवाला है। दावे की मानें तो मास्क पहनने वाले लोगों को कोरोनावारस से संक्रमित होने का खतरा सबसे कम है।

mask

महीनों तक एक्सपर्ट के बीच ये बहस होती रही थी कि मास्क कोरोना से बचाव के लिए कितना अधिक फायदेमंद है। कई एक्सपर्ट ने कहा था कि मास्क से कोरोना के बचाव को लेकर हल्के सबूत हैं। लेकिन अमेरिका में की गई एक स्टडी से ये संकेत मिला है कि हैंडवॉश और सोशल डिस्टेंसिंग की तुलना में फेस मास्क इंसानों को कोरोना वायरस से बचाने में अधिक कारगर हो रहे हैं। ये स्टडी अमेरिका के युद्धपोत थियोडोर रूजवेल्ट पर की गई।

india Corona

इस युद्धपोत पर करीब एक हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो गए थे। मार्च में ही युद्धपोत थियोडोर रूजवेल्ट के 4900 क्रू मेंबर्स में से 1000 से अधिक कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। एक शख्स की मौत भी हो गई थी। युद्धपोत के कैप्टन को पद से हटा दिया गया था। बाद में नेवी और अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने युद्धपोत के 382 क्रू मेंबर्स से सैंपल लेकर स्टडी की।

Excercise with Face Mask

अधिकारियों ने ये समझने की कोशिश की कि कैसे युद्धपोत पर कोरोना के मामले काफी अधिक बढ़ गए और कैसे अन्य लोग बच गए। डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने पाया कि मास्क पहनने और न पहनने वाले लोगों के कोरोना संक्रमित होने में 25 फीसदी का अंतर है।

Corona Case

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और न करने वाले लोगों के कोरोना संक्रमित होने में 15 फीसदी का अंतर था। कोरोना संक्रमित होने को लेकर हैंडवॉश करने और न करने वाले के बीच सिर्फ 3 फीसदी का अंतर था। थियोडोर रूजवेल्ट युद्धपोत पर की गई स्टडी में ये भी पता चला कि जिन लोगों ने बचाव के साधनों का इस्तेमाल किया उनमें वायरस फैलने के मामले कम थे।