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दुबई से लौटे लोगों ने गोवा एयरपोर्ट पर किया हंगामा, क्वारंटीन सेंटर जाने से किया इनकार

नीला मोहनन ने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत गोवा पहुंची ये पहली फ्लाइट थी। लोगों ने बोर्डिंग से पहले एफिडेविट पर बाकायदा साइन किए थे कि गोवा लौटने पर उन्हें अपने खर्चे पर 14 दिन के लिए क्वॉरंटाइन होना पड़ेगा।

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2 लाख पार कर चुकी है, जबकि 5815 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच लॉकडाउन की वजह से दूसरे देशों में फंसे लोगों को वापस लाने का सिलसिला जारी है। मंगलवार रात वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से गोवा लौटे स्पेशल फ्लाइट के पैसेंजर्स ने टर्मिनल पर जमकर हंगामा किया। इनमें से कुछ लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर जाने से इनकार कर दिया।

dabolim airport

यात्रियों का कहना था कि वह पैसे देकर 14 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर नहीं जाएंगे। उन्हें उनके घर भेज दिया गया। वे अगले 14 दिन तक होम क्वारंटाइन रहेंगे। इस फ्लाइट में 155 भारतीयों को स्वदेश लाया गया। इससे हवाई अड्डे पर हंगामे जैसी स्थिति बन गई।

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गोवा की स्वास्थ्य सचिव नीला मोहनन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि दुबई से आया विमान 155 यात्रियों को लेकर मंगलवार रात हवाई अड्डे पर पहुंचा था। जब यह यात्री डाबोलिम हवाईअड्डे पर पहुंचे, तो उन्होंने तुरंत ही चीखना और रोना शुरू कर दिया कि वह पैसे देकर क्वारंटीन केंद्र नहीं जाएंगे और अपने घर जाना चाहते हैं। इससे कुछ समय के लिए हवाई अड्डे पर हंगामे जैसी अप्रिय स्थिति पैदा हो गई।

नीला मोहनन ने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत गोवा पहुंची ये पहली फ्लाइट थी। लोगों ने बोर्डिंग से पहले एफिडेविट पर बाकायदा साइन किए थे कि गोवा लौटने पर उन्हें अपने खर्चे पर 14 दिन के लिए क्वॉरंटाइन होना पड़ेगा। हालांकि, भारत लौटते ही वे लोग हंगामा करने लगे। नीला मोहनन के मुताबिक, लोगों का यह व्यवहार गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के दिशा-निर्देशों और आपदा प्रबंधन अधिनियम की कई धाराओं का उल्लंघन करने वाला है। सरकार इसे लेकर गंभीर है। हालांकि, बाद में सभी लोग क्वॉरंटाइन सेंटर जाने को तैयार हो गए।