चंडीगढ़। पंजाब के बाद अब हरियाणा में कांग्रेस अंदरूनी कलह से मुकाबला कर रही है। पहले प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच मनमुटाव हुआ। इसे थामने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के लिए कहा। शैलजा के हटने के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता कुलदीप विश्नोई ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के मसले पर बागी तेवर दिखाए हैं। वो खुलेआम अपने गुस्से का इजहार भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं, राहुल गांधी तक से दो-चार करने की बात कुलदीप विश्नोई ने की है।
साथियों, आप सबके संदेश सोशल मीडिया पर पढ़ रहा हूँ। आपका अपार प्यार देख कर मैं अत्यंत भावुक हूँ। आपकी तरह ग़ुस्सा मुझे भी बहुत है।लेकिन मेरी सब से प्रार्थना है कि जब तक मैं राहुल जी से जवाब ना माँग लूँ, हमें कोई कदम नहीं उठाना है।अगर मेरे प्रति आपके मन में स्नेह है तो संयम रखें।?
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) April 27, 2022
दरअसल, हुआ ये है कि सैलजा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी उदयभान को इस पद पर बिठा दिया। इसी से कुलदीप के तेवर बदल गए। उन्होंने बागी रूप दिखाना शुरू कर दिया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि आप सबके संदेश सोशल मीडिया पर पढ़ रहा हूं। आपका बेहिसाब प्यार देखकर मैं अत्यंत भावुक हूं। आपकी तरह गुस्सा मुझे भी बहुत है, लेकिन मेरी सबसे प्रार्थना है कि जब तक मैं राहुल जी से जवाब न मांग लूं, हमें कोई कदम नहीं उठाना है। यानी साफ है कि अगर कुलदीप को कोई और महत्वपूर्ण पद न मिला, तो वो कांग्रेस छोड़ने तक का इरादा रखते हैं।
अब आपको बताते हैं कि कुलदीप विश्नोई आखिर कौन हैं। कुलदीप के पिता भजनलाल हरियाणा के सीएम रहे थे। वो राज्य में कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे। विश्नोई खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार भी थे। वहीं, नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए उदयभान दलित समाज से आते हैं। कुमारी सैलजा भी दलित थीं। अब कुलदीप के बागी तेवर से हरियाणा में कांग्रेस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। एक तरफ हुड्डा के जाट वोटर, तो दूसरी तरफ विश्नोई वोटरों को संभालना उसके लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।