नई दिल्ली। चांद के लिए भारत ने तीन यान भेजे। चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 को भेजकर भारत ने अंतरिक्ष में अपना दबदबा दिखाया। अब भारत ने चांद पर पहला भारतीय उतारने की तारीख भी तय कर दी है। हिंदी न्यूज चैनल आजतक के अनुसार इसरो चीफ एस. सोमनाथ ने पंजाब में एक कार्यक्रम के दौरान ये जानकारी दी। इसरो चीफ एस. सोमनाथ ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने चांद पर पहले भारतीय को उतारने के लिए ये लक्ष्य तय किया है। सोमनाथ के अनुसार इसरो इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए चंद्रयान-4 का मिशन लॉन्च करेगा। अब तक सिर्फ अमेरिका ही चांद पर इंसान उतार सका है।
इसरो चीफ एस. सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान-4 के जरिए भारत के अंतरिक्ष यात्री को चांद पर उतारने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा। सोमनाथ के मुताबिक चंद्रयान-4 ऐसा यान होगा, जो चांद की सतह पर उतरकर वहां से मिट्टी का सैंपल लेकर वापस लौटेगा। चांद पर उतरना जितना कठिन है, उतना ही वहां से वापस आना भी। ऐसे में चंद्रयान-4 अगर सफल रहता है, तो इससे भारतीय अंतरिक्षयात्री को चांद पर उतारकर उसे वापस लाने के मिशन को बड़ी सफलता मिलेगी। सोमनाथ ने ये भी जानकारी दी कि पीएम मोदी ने साल 2040 में भारतीय को चांद पर उतारने का लक्ष्य तय किया है। इसी को हासिल करने के लिए इसरो अब लगातार काम कर रहा है।
बता दें कि भारत ने चांद के लिए अब तक जो 3 यान भेजे, उनमें से चंद्रयान-2 आधा सफल और आधा विफल रहा था। चंद्रयान-2 का लैंडर चांद पर उतरते वक्त अचानक गिर गया था। वहीं, चंद्रयान-1 साल 2008 में लॉन्च किया गया था। इसरो के इस मिशन ने चांद का चक्कर लगाते हुए वहां पानी होने के सबूत दिए थे। चंद्रयान-3 को इसरो ने 14 जुलाई 2023 को भेजा था। 23 अगस्त शाम को चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की थी। इसके साथ ही चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारने वाला भारत पहला देश बना।