नई दिल्ली। गीतकार जावेद अख्तर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना तालिबान से की थी। जिसे लेकर उन्होंने एक टिप्पणी की थी। जिस लेकर जावेद अख्तर अब बड़ी मुश्किलों में फंस गए हैं, वहीं अब उनकी यह मुश्किलें कम होने का नाम ले रही हैं। आरएसएस के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर अब जावेद अख्तर को एक वकील ने लीगल नोटिस भेजा है, जहां उनसे अपने बयान को लेकर माफी मांगने के लिए कहा गया है। जावेद अख्तर ने यह कथित टिप्पणी एक समाचार चैनल को दिए जा रहे एक इंटरव्यू के दौरान की थी।
वकील ने भेजा नोटिस
वहीं इस मामले नोटिस भेजने वाले वकील संतोष दुबे का कहना है कि यदि गीतकार ‘बेशर्त लिखित माफी’ नहीं मांगते हैं और नोटिस प्राप्त करने के सात दिनों के अंदर अपने सभी बयानों को वापस नहीं लेते हैं, तो वह अख्तर से 100 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए एक आपराधिक मामला दायर किया जाएगा।
ये था जावेद अख्तर का बयान
दरअसल जावेद अख्तर ने अपने एक इंटरव्यू में तालिबान और हिंदू अतिवादियों के कथित तौर पर एक समान होने का दावा किया था। वकील ने इस नोटिस में दावा किया है कि इस तरह के बयान देकर अख्तर ने भारतीय दंड संहिता की धारा 499य(मानहानि) और 500 (मानहानि के लिए सजा) के तहत एक अपराध किया है। इसलिए उन्हे माफी मांगनी चाहिए।