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Hemant Soren In Land Scam: जमीन घोटाले में बुरी तरह फंसे हैं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, ईडी को फर्जीवाड़े के सबूत मिलने का दावा!

1931 के जमीन के दस्तावेजों में वरिष्ठ आईएएस अफसरों, कुछ कारोबारियों और जमीन का धंधा करने वालों ने फर्जीवाड़ा किया। जिन जमीनों के कागजात में गड़बड़ी की गई, उनमें से कुछ रांची में हैं। ये जमीनें रक्षा मंत्रालय की है। इन जमीनों की रजिस्ट्री कोलकाता में कराई गई थी।

रांची। झारखंड के सीएम और जेएमएम के नेता हेमंत सोरेन एक कथित जमीन घोटाला मामले में मुश्किल में हैं। बताया जा रहा है कि इस जमीन घोटाले में 100 साल से भी पुराने जमीन के कागजात में फर्जीवाड़ा किया गया। करोड़ों के घोटाले में हेमंत सोरेन का हाथ होने का भी आरोप लग रहा है। झारखंड के इस कथित जमीन घोटाले में 2011 बैच के आईएएस छवि रंजन की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। ईडी के अफसर के हवाले से न्यूज 18 ने बताया है कि हेमंत सोरेन 35 प्रॉपर्टी मामले में घिरे हैं। इन प्रॉपर्टी में घोटाला होने का आरोप है। इसके अलावा ईडी हेमंत सोरेन पर पत्थर खदान घोटाले का भी आरोप है। इस मामले में जेएमएम के एक विधायक को गिरफ्तार किया गया था।

Enforcement Directorate

घोटालों की जांच के सिलसिले में हेमंत सोरेन को ईडी ने बीते 6 महीने में 4 बार तलब किया। सोरेन इनमें से सिर्फ 1 बार जांच एजेंसी के सामने पेश हुए। बाकी जांच को रुकवाने के लिए वो सुप्रीम कोर्ट गए हैं। न्यूज 18 को हेमंत सोरेन की वकील श्वेता सिंह परिहार ने कहा कि झारखंड के सीएम पर लगाए गए आरोप राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं। झारखंड सरकार के एडवोकेट जनरल राजीव रंजन ने भी ऐसा ही कहा है। जिस जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन फंसते दिख रहे हैं, उसके बारे में न्यूज 18 ने अपनी खबर में बताया है कि 1931 के जमीन के दस्तावेजों में वरिष्ठ आईएएस अफसरों, कुछ कारोबारियों और जमीन का धंधा करने वालों ने फर्जीवाड़ा किया। जिन जमीनों के कागजात में गड़बड़ी की गई, उनमें से कुछ रांची में हैं। ये जमीनें रक्षा मंत्रालय की है। इन जमीनों की रजिस्ट्री कोलकाता में कराई गई थी।

hemant soren

ईडी के एक अफसर के हवाले से न्यूज 18 ने बताया है कि पश्चिम बंगाल के गठन की तारीख से पहले ही जमीन घोटाला करने वालों ने कागजात में राज्य का नाम लिख दिया और यहां तक कि पिन कोड भी डाल दिया। जबकि, पिन कोड की व्यवस्था 1972 से हुई थी। ईडी के अफसर के मुताबिक जांच में पता चला है कि जिन जमीन के कागजात में गड़बड़ी हुई, वे हेमंत सोरेन के नाम पर हैं। ईडी के एक सूत्र ने ये भी बताया कि जमीन के कागजात में फर्जीवाड़ा करने की पश्चिम बंगाल सरकार ने भी जांच शुरू कराई है। राज्य में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। ऐसे में हेमंत सोरेन के लिए आने वाले दिनों में मुश्किल बढ़ती दिख रही है।