नई दिल्ली। बीते दिनों राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ ही घंटे के बाद इस कार्रवाई पर रोक लगा दी। इस मसले को लेकर देश में जमकर सियासत भी हुई। कांग्रेस,टीएमसी समेत कई दलों के नेता इस मामले को लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकने में लग गए। दिल्ली में हुई अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद अब उत्तर प्रदेश में ऐसा ही मामला सुर्खियों में है। दरअसल, कानपुर में नगर निगम ने इनकम टैक्स कालोनी कंपनी बाग के मंदिरों को अवैध बताते हुए नोटिस चस्पा दिया है। जिसको लेकर अब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और साधु संतों ने रोष जताया और जमकर हंगामा किया है।
कानपुर : नगर निगम ने इनकम टैक्स कालोनी कम्पनी बाग के मंदिरों को अवैध बताते हुए नोटिस चस्पा किया । नोटिस चस्पा होने की जानकारी पर बजरंग दल कार्यकर्ताओ ने किया हंगामा pic.twitter.com/8mIZEj0jFh
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) April 23, 2022
साधुओं ने अपना आक्रोश जताते कहा कि, मैं उत्तर प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कहना चाहता हूं कि जो राम जन्मभूमि को लेकर सरकार बनी है। क्या उसके बाद हमारे मंदिरों को चिहिन्त किया जाएगा। मंदिरों को तोड़ा जाएगा। जो माजरें बनी हैं सड़क पर उनको हटाया जाए।
बता दें कि कानपुर महानगर में नगर निगम ने तीन मंदिरों को अवैध अतिक्रमण मानते हुए हटाने का नोटिस जारी कर दिया। इसके साथ ही कुछ दिनों की अल्टीमेटम में हनुमान की मूर्ति को कहीं और स्थापित करने के लिए कहा गया है। साथ ही पास के शिव मंदिर और शनिदेव मंदिरों को भी हटाने के लिए भी नोटिस चिपका दिया गया। अब इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।