नई दिल्ली। भारत ने आज वो मुकाम हासिल कर लिया है, जिसे पाने की जद्दोजहद में केंद्र सरकार पिछले 9 महीने से लगी हुई थी। आज भारत ने महामारी के खिलाफ जंग में 100 करोड़ वैक्सीन लगवाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। ऐसे वक्त में जब दुनिया के अधिकांश देश महामारी की जंग से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में भारत द्वारा 100 करोड़ वैक्सीन लगवाने की उपलब्धि को हासिल कर लेना, यकीनन हम सभी के लिए गर्व की बात है। इस उपलब्धि की तारीफ न महज केंद्र सरकार के नुमाइंदे कर रहे हैं, बल्कि आपको यह जानकर हैरत होगी कि विपक्षी दल के नेता भी रिकॉर्ड वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की तारीफ में जमकर कसीदे भी पढ़ रहे है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर जैसे कटु आलोचक भी मोदी सरकार के इस कृत्य की प्रशंसा करने के लिए आगे आए हैं।
इस सिलसिले में शशि थरूर ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने भारत, द्वारा हासिल किए गए इस उपलब्धि को भारत के लिए गर्व का विषय बताया। फिलहाल तो उनका यह ट्वीट काफी तेजी से वायरल हो रहा है, और हो भी क्यों न, क्योंकि कल तक जो नेता पीएम मोदी की आलोचना करने से थका नहीं करते थे। आज वही सरकार की तारीफ करने से नहीं थक रहे हैं। जिसे लेकर सोशल मीडिया पर इसे विपक्षी दलों का यूटर्न बताया जा रहा है।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि हम 100 करोड़ वैक्सीन की डोज का आंकड़ा पार करने के बाद महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई खत्म हो चुकी है, बल्कि आज पीएम मोदी खुद अपने संबोधन में इस बात पर जोर देते हुए दिखे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम सभी को एक साथ मिलकर कोरोना को हराना होगा, जिससे साफ जाहिर होता है कि हम सबको एक साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ मोर्चा खोलना होगा, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में हमारी स्थिति काफी दुरूस्त है।
India ??has crossed 100 Cr, the world’s only country which has achieved this milestone. ?
But how did this happen? This achievement is the best example of leadership of any leader in the world. Thread ? #VaccineCentury pic.twitter.com/5S41Amebaj
— India First (@OurIndiaFirst19) October 21, 2021
केंद्र सरकार ने अपनी कार्यकुशलता का परिचिय देते हुए बखूबी स्थिति को काबू में रखा हुआ है अन्यथा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसे विकसित देशों में अभी-भी कोरोना की तूती बोलती हुई नजर आ रही है। ऐसे में भारत द्वारा यह उपलब्धि हासिल करना प्रशंसनीय है।