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Viral Video: ‘छत्तीसगढ़ सरकार के पास पैसा देने की औकात नहीं’, मुफ्त की रेवड़ी बांटकर राज्य की हुई दुर्दशा की पोल खुद सरकार के कद्दावर मंत्री ने खोली, बीजेपी ने कहा…

बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता को मुफ्त योजनाओं की सौगात देने से राज्यों की माली हालत खराब होने की ओर ‘रेवड़ी कल्चर’ की बात कहकर इशारा किया था। ये इशारा अब छत्तीसगढ़ में जमीनी हकीकत बनता नजर आ रहा है। खुद सूबे के कद्दावर कांग्रेस नेता और भूपेश बघेल की सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव ने खजाने पर विकट बोझ होने की बात मानी है।

रायपुर। बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता को मुफ्त योजनाओं की सौगात देने से राज्यों की माली हालत खराब होने की ओर ‘रेवड़ी कल्चर’ की बात कहकर इशारा किया था। ये इशारा अब छत्तीसगढ़ में जमीनी हकीकत बनता नजर आ रहा है। खुद सूबे के कद्दावर कांग्रेस नेता और भूपेश बघेल की सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव ने खजाने पर विकट बोझ होने की बात मानी है। उनका इस बारे में दिया गया एक बयान वीडियो के जरिए वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद सिंहदेव ने अपने बयान पर खेद जताया, लेकिन विपक्षी बीजेपी को मौका मिल गया है। बीजेपी की ओर से पूर्व सीएम रमन सिंह ने सिंहदेव के बयान को आधार बनाकर सीएम भूपेश बघेल को ‘मिस्टर बंटाधार’ कहा है।

जो वीडियो सामने आया है, उसमें टीएस सिंहदेव कहते दिख रहे हैं कि ज्यादा सैलरी और भत्तों के लिए लंबे समय से आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की मांग मानने में राज्य सरकार की औकात यानी स्थिति नहीं है। सिंहदेव कहते दिखे कि पहले ही कर्मचारियों को राज्य की कांग्रेस सरकार 40000 करोड़ रुपए दे चुकी है। बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की थी। जिसकी वजह से खजाने पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

बयान पर सीएम भूपेश बघेल के घिरते ही टीएस सिंहदेव ने एक और बयान जारी कर पैसा न होने वाले बयान में शब्दों को चुनने में गलती बताई। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के साथ बीजेपी को भी सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस राज्य के लोगों के हित में बकाया राशि जारी करने के लिए केंद्र सरकार के सामने बात रखे। बहरहाल, बता दें कि छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार लोगों के लिए तमाम मुफ्त की योजनाएं चला रही है। इनमें लड़कियों के लिए मुफ्त साइकिल जैसी योजना भी है। इससे राजकोषीय घाटा भी काफी बढ़ गया है।