मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस में भगदड़ मचने के आसार दिख रहे हैं। खबर है कि राज्य के पूर्व सीएम और नांदेड़ इलाके से कद्दावर नेता अशोक चव्हाण बीजेपी के खेमे में जा सकते हैं। चव्हाण की डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मीटिंग का खुलासा हुआ है। एक और कांग्रेसी पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भी पार्टी से अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर कर चुके हैं। सूत्रों का ये भी दावा है कि अशोक चव्हाण के अलावा कांग्रेस के कम से कम 10 विधायक भी बीजेपी-शिंदे गुट के साथ खड़े हो सकते हैं। ये सभी विधायक शिंदे सरकार के विश्वासमत प्रस्ताव के दौरान विधानसभा से गैरमौजूद थे।
जिन कांग्रेस विधायकों ने विश्वासमत के दौरान विधानसभा से दूरी बनाई थी, उनमें अशोक चव्हाण के अलावा मोहन हंबारदे, जितेश अंतपुरकर, जीशान सिद्दीकी, राजू अवाले, विजय वडेट्टीवार, कुणाल पाटिल, माधवराव जवालगांवकर, शिरीष चौधरी, धीरज देशमुख और प्रणति शिंदे हैं। हालांकि, अशोक चव्हाण कह रहे हैं कि वो देवेंद्र फडणवीस से मिले थे, लेकिन कांग्रेस छोड़कर जाने की कोई बात नहीं है। उनका कहना है कि वो कांग्रेस के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भी शामिल होंगे, लेकिन महाराष्ट्र में जिस तरह महाविकास अघाड़ी में खींचतान चल रही है और कांग्रेस आलाकमान से नाराजगी पहले भी दिखती रही है, उससे कयास जोर पकड़ रहे हैं कि चव्हाण और उनके साथ विधायक शिंदे कैंप का दामन थामेंगे।
महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 44 है। ऐसे में अगर सिर्फ 10-11 विधायक साथ छोड़ते हैं, तो वे दलबदल कानून के दायरे में सदस्यता खो सकते हैं। ऐसे में फिलहाल लग रहा है कि अभी और विधायकों को चव्हाण खेमा अपने साथ लाने की कोशिश के बाद पार्टी को झटका दे सकते हैं। बहरहाल, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायक भी बड़ी तादाद में टूटे, तो महाविकास अघाड़ी के लिए मुश्किल हो सकती है।