नई दिल्ली। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के ‘अब्बा जान’ वाले बयान को लेकर सियासत तेज हो गई। एक तरफ जहां विपक्षी दलों ने सीएम योगी के इस बयान पर लगातार निशाना साध रहे है। वहीं दूसरी ओर अब हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Owaisi Asaduddin) ने सीएम योगी के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है और यूपी सरकार पर हमला बोला है। ओवैसी ने एक के बाद एक लगातार 3 ट्वीट कर सीएम योगी पर हमला बोला है। बता दें कि, यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव से पहले वोटों के ध्रुवीकरण का खेल शुरू हो गया है।
सीएम योगी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने उन्हें बाबा कह दिया। जिसके बाद ट्विटर पर लोगों ने ओवैसी की जमकर क्लास लगा डाली। सीएम योगी पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, ”कैसा तुष्टिकरण? प्रदेश के मुसलमानों की साक्षरता-दर सबसे कम है, मुस्लिम बच्चों का Dropout rate सबसे ज़्यादा है। मुस्लिम इलाक़ों में स्कूल-कॉलेज नहीं खोले जाते। अल्पसंख्यकों के विकास के लिए केंद्र सरकार से बाबा की सरकार को ₹16207 लाख मिले थे, बाबा ने सिर्फ ₹1602 लाख खर्च किया।”
कैसा तुष्टिकरण? प्रदेश के मुसलमानों की साक्षरता-दर सबसे कम है, मुस्लिम बच्चों का Dropout rate सबसे ज़्यादा है। मुस्लिम इलाक़ों में स्कूल-कॉलेज नहीं खोले जाते।अल्पसंख्यकों के विकास के लिए केंद्र सरकार से बाबा की सरकार को ₹16207 लाख मिले थे, बाबा ने सिर्फ ₹1602 लाख खर्च किया। 1/ https://t.co/Vnl5s8Axm5
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 13, 2021
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”2017-18 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत मात्र 10 मुसलमानों को घर मिले।”अब्बा” के बहाने किसके वोटों का पुष्टिकरण हो रहा है बाबा? देश के 9 लाख बच्चे गंभीर तौर पर कुपोषित हैं, जिसमें से 4 लाख बच्चे सिर्फ़ उ.प्र से हैं।”
तीसरे ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, ग्रामीण उत्तर प्रदेश में 13944 sub-centres की कमी है, 2936 PHC की कमी है, 53% CHC की कमी है। केंद्र सरकार के मुताबिक़ बाबा-राज में उ.प्र के PHC में सबसे कम डॉक्टर मौजूद हैं। कुल 2277 डाक्टरों की कमी है। अगर काम किए होते तो “अब्बा, अब्बा” चिल्लाना नहीं पड़ता।
वहीं ओवैसी इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए। एक एस मोहन नाम के यूजर ने ओवैसी पर वार करते हुए लिखा, ”आप लोगो के लिये स्कूल भी खोले और मदरसे भी, फिर भी दस बच्चे पैदा करने वाले अपने बच्चों को पंचर की दुकान में ही भेजेंगें, स्कूल में नहीं, तो ज़ाहिर सी बात है कि साक्षरता दर कम ही होगी।”
आप मदरसों में आधुनिक विषय क्यों शामिल नहीं करते?
जब बच्चों को कट्टरवाद और हिंसा पढ़ाया जाता है,वे बच्चे स्कूल से ड्रॉप आउट हो कर क्रिमिनल बन जाते हैं, जेल जाते हैं।
आप ही समस्या और आप ही समाधान है।
क्या आप मजलमानो को शिक्षित देखना चाहते हैं या चुनावी ढोंग है— Sufi (@sufikr) September 13, 2021
ओवैसी जी आप आकर खोल दीजिए स्कूल कॉलेज
— Suraj Pandey (@SurajPa32113404) September 13, 2021