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Punjab: सिद्धू का इमरान प्रेम पड़ रहा है पंजाब पर भारी ? कैप्टन अमरिंदर ने पहले ही दी थी आतंकवाद बढ़ने की चेतावनी

लगातार पाकिस्तान की ओर से सीमा पार ड्रोन भेजे जा रहे हैं। इन ड्रोन से कई बार गिराए गए असलहे बरामद हो चुके हैं। किसान आंदोलन के दौरान खालिस्तानी तत्वों की ओर से पंजाब के आम लोगों को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ भड़काया भी गया था।

चंडीगढ़। पहले इमरान खान के पीएम पद की शपथ लेने के दौरान पाकिस्तान जाकर वहां के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलना। फिर करतारपुर कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान जाकर वहां इमरान खान को  बड़ा भाई कहना। इसके बाद पंजाब और पाकिस्तान के बीच व्यापार को मंजूरी देने की मांग। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के ये बयान पंजाब पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। लगातार पाकिस्तान की ओर से सीमा पार ड्रोन भेजे जा रहे हैं। इन ड्रोन से कई बार गिराए गए असलहे बरामद हो चुके हैं। किसान आंदोलन के दौरान खालिस्तानी तत्वों की ओर से पंजाब के आम लोगों को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ भड़काया भी गया था। अब लुधियाना के कोर्ट में जोरदार बम धमाका हुआ है। कुल मिलाकर पाकिस्तान का पूरा खेल है, लेकिन इसके पीछे बड़ी वजह दिख रही है।

Ludhiana blast

पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी काफी पहले इस ओर इशारा किया था। अमरिंदर ने कहा था कि पंजाब की सरकार सख्त होनी चाहिए, वरना पाकिस्तान इस इरादे से ताक में बैठा है कि किस तरह पंजाब में आतंकवाद को फिर शुरू किया जाए। कैप्टन ने साफ तौर पर कहा था कि जिस तरह सिद्धू लगातार इमरान खान और पाकिस्तान के गुण गा रहे हैं, उससे पाकिस्तान को अपनी नापाक हरकतें करने का मौका मिलेगा। लगता अब यही है कि कैप्टन की चेतावनी हकीकत में बदल रही है। कैप्टन ने सीएम पद से हटाए जाने के बाद कहा था कि उन्हें सिद्धू पर भरोसा नहीं है और सिद्धू देशद्रोही ताकतों का साथ दे रहे हैं।

navjot singh Sidhu and Imran Khan

लग ये रहा है कि पाकिस्तान की गहरी नजर पंजाब पर है। वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई और इमरान सरकार को लग रहा है कि पंजाब पर शासन कर रही कांग्रेस सिद्धू के हाथों इतनी मजबूर है कि सख्त कदम उठाने के बारे में सोच भी नहीं पाती। बीते दिनों पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि केंद्र सरकार की ओर से बीएसएफ को 50 किलोमीटर के दायरे में अधिकार दिए जाने का वो विरोध करते हैं। ऐसे बयानों से भी पाकिस्तान को शह मिलती दिख रही है और जिसका नतीजा आज लुधियाना के कोर्ट में हुआ वो तगड़ा धमाका है, जिसमें कंक्रीट के खंभे तक टूट गए हैं। पंजाब 80 के दशक में आतंकवाद का कहर झेल चुका है। बड़ी मुश्किल से तत्कालीन डीजीपी केपीएस गिल ने आतंकवाद से सूबे को मुक्त कराया था। अगर पंजाब सरकार अब भी सख्त रवैया नहीं अपनाती है, तो आने वाले दिनों में यहां पाकिस्तान की शह पर उसके गुर्गे और बड़े आतंकी हमले कर सकते हैं।