नई दिल्ली। आपको तो पता ही होगा कि कांग्रेस नेता शशि थरूर कितने बेबाक किस्म के राजनेता हैं। किसी न किसी मसले पर कोई न कोई बयानबाजी करते ही रहते हैं। अब आप उन बयानों को लेकर उनकी आलोचना करिए या उनकी तारीफ। उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। उनकी बेबाकी का सिलसिला बदस्तूर जारी ही रहता है। अब जरा आप ही बताइए कि जब देश में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर चौतरफा बयानों की बयार बह रही है, तो भला कांग्रेस नेता शशि थरूर खामोश रहने वाले हैं। जवाब स्पष्ट है, बिल्कुल भी नहीं। तो लगे हाथों वे भी लगातार द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर कोई न कोई बयानबाजी करके अपनी झोली में लोगों के कहर को बटोर रहे हैं। दरअसल, इस बार उन्होंने कश्मीरी पंडितों की पालयन पर आधारित बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर कोई टिप्पणी कर दी, जिससे खफा हुए लोगों ने उनकी जमकर क्लास लगा दी। आइए, पहले आपको बताते हैं कि उन्होंने द कश्मीर फाइल्स को लेकर क्या कुछ कहा था।
तो उन्होंने बिलाल जैदी द्वारा कश्मीरी पंडितों के पलायन के संदर्भ में लिखे गए पोस्ट को साझा करते हुए कहा था कि, ‘इस पोस्ट में काफी हद तक सही है: कश्मीरी पंडितों को भयानक पीड़ा हुई। हमें उनके अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए। लेकिन कश्मीरी मुसलमानों का दानव करने से पंडितों का भी भला नहीं होता। नफरत बाँट कर मारती है। कश्मीरियों को इंसाफ चाहिए। सभी को सुनने, मदद करने और चंगा करने की जरूरत है’। तो ये टिप्पणी तो कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बिलाल जैदी के पोस्ट के संदर्भ में की थी। चलिए, तो फिर अब यह भी जान लेते हैं कि आखिर बिलाल जैदी ने कश्मीर फाइल्स फिल्म के संदर्भ में क्या कुछ कहा था, जिसकी प्रतिक्रिया के रूप में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उक्त प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
जानिए पूरा माजरा
दरअसल, बिलाल जैदी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि ‘कश्मीरी पंडितों को दुख वास्तविक था और है। सिर्फ इसलिए एक प्रोपोगेंडिस्ट ने इस फिल्म को निर्माण किया है और एक दक्षिणपंथी द्वारा इसको हाइजैक किया जा रहा है। हालांकि, यह इसका मतलब यह नहीं है कि कश्मीरी पंडितों को उनके घर से बेघर नहीं किया गया था। इसका नंबर से कोई फर्क नहीं पड़ता है। अगर एक भले ही अल्पसंख्यक समुदाय के 3 सदस्य मारे गए हों, लेकिन नफरत के कारण किसी भी निर्दोष की जान नहीं जानी चाहिए. जब तक आप पीड़ित लोगों के दर्द को स्वीकार नहीं करेंगे तो तब तक आप किसी भी मतभेद को हल नहीं कर सकते।’ तो बिलाल जैदी के पोस्ट की प्रतिक्रिया के रूप में शशि थरूर ने उक्त टिप्पणी की थी। आपको बताते चलें कि शशि थरूर यही नहीं रूके। उन्होंने द कश्मीर फाइल्स के संदर्भ में एक ट्वीट किया।
This post largely has it right: Kashmiri Pandits suffered terribly. We must stand up for their rights. But demonising Kashmiri Muslims doesn’t help the Pandits either. Hatred divides & kills. Kashmiris need justice. All need to be heard, helped & healed.https://t.co/iui4BX7IcJ
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 19, 2022
जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘इस पोस्ट में काफी हद तक यह सही है: कश्मीरी पंडितों को बहुत नुकसान हुआ। हमें उनके अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए। लेकिन कश्मीरी मुसलमानों का दानव करना पंडितों की भी मदद नहीं करता है। नफरत बांटती है और मारती है। कश्मीरियों को न्याय चाहिए। सभी को सुनने, मदद करने और चंगा करने की आवश्यकता है। लेकिन कांग्रेस नेता का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर लोगों को रास नहीं आ रहा है और भड़के लोग उनकी जमकर क्लास लगा रहे हैं। आइए, आपको दिखाते हैं कि कुछ ऐसे ही रोषपूर्ण प्रतिक्रिया।
तो यहां देखिए रोषपूर्ण प्रतिक्रिया
How are the majority treated in their own country?https://t.co/X1k31v88O1
— Sadashiva K (@KSadashiva) March 19, 2022
— Sunil Wuthoo (@sunilwuthoo) March 19, 2022
Nobody demonising Kashmir Muslims, Mr. Tharoor. But the monsters who killed Hindus, raped their women and threw them out of their own land, happen to be Muslims, and each one of those who were involved in genocide must be exposed, demonised, and punished.
— Madhav Sharma (@HashTagCricket) March 19, 2022
तो देखा ना आपने कि कैसे कांग्रेस नेता के पोस्ट से लोग भड़के हुए हैं। लेकिन आपको बताते चलें कि वर्तमान में द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर विवादों की लंबी बयार बह रही है। कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसका विरोध कर रहे हैं। हालांकि, अधिकांश कांग्रेस नेता इस फिल्म का कुल मिलाकर विरोध ही कर रहे हैं। कांग्रेसी नेता इस फिल्म को बीजेपी सरकार का प्रोपेगेंडा बता रहे हैं। खैर, बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल मत भूलिएगा।