नई दिल्ली। सोमवार को गुट निरपेक्ष (NAM) देशों के वर्चुअल सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद को लेकर निशाना साधा। आपको बता दें कि यह सम्मेलन कोरोना वायरस के वैश्विक संक्रमण से उपजे खतरे को लेकर हुआ था। इस सम्मेलन में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमने दुनिया के 123 देशों में मेडिकल सप्लाई सुनिश्चित कराई है जिनमें 59 गुट निरपेक्ष राष्ट्र भी शामिल हैं।
अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, लोग अगर साधारण आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे अपनाएं तो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ सकती है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का भी जिक्र किया और पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग आतंक का जानलेवा वायरस, फर्जी खबरें और फर्जी वीडियो फैलाने में लगे हैं।
कोरोना संकट से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमें संकट की ऐसी घड़ी में लोगों के कल्याण पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए न कि आर्थिक वृद्धि पर। गुट निरपेक्ष देशों को विश्व बिरादरी और विश्व स्वास्थ्य संगठन से अपील करनी चाहिए कि विकासशील देशों में स्वास्थ्य की क्षमता में बढ़ोतरी की जाए। अभी का वक्त साथ मिलकर और एक दूसरे का सहयोग करते हुए काम करने का है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत को दुनिया की फार्मेसी माना जाता है. हमारी अपनी भी जरूरतें हैं लेकिन हमने इसके बावजूद 123 देशों में दवा की सप्लाई सुनिश्चित कराई है। इसमें गुट निरपेक्ष के 59 देश भी शामिल हैं।
आपको बता दें कि NAM संयुक्त राष्ट्र के बाद दूसरा बड़ा राजनीतिक संगठन है। इसके साथ एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के 120 विकासशील देश जुड़े हुए हैं।
इसी बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. अधमॉन टेडरॉस ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाना होगा। सरकारी और प्राइवेट संगठनों को एक मंच पर आकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में गुट निरपेक्ष आंदोलन की भूमिका काफी अहम हो जाती है। कोरोना के खिलाफ जंग में और सुधार लाने की आवश्यकता है।
बैठक में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अजरबैजान के राष्ट्रपति का गुट निरपेक्ष सम्मेलन आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया। गनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी धन्यवाद दिया जिन्होंने कोरोना पर सार्क सम्मेलन का आयोजन किया था। उन्होंने कहा कि ऐसी बैठक अभी वक्त की मांग है।