नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने बिहार में अपने चुनावी रैलियों की शुरुआत कर दी है। शुक्रवार से राहुल गांधी ने महागठबंधन के पक्ष में बिहार में दो जनसभाओं को संबोधित किया। राहुल गांधी ने भागलपुर में अपनी जनसभा में बिहार के मजदूरों पर बात करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, बिहार के मजदूर देश के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे हैं। सेना के जवानों की तरह ही वे देश को अपना खून और पसीना देते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें क्या दिया। कोरोना पर सवाल करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम ने कहा था कि कोरोना 22 दिन में खत्म हो जाएगा। मैं फरवरी से ही कह रहा था कि गरीब, किसान और मजदूर कोरोना से बुरी तरह प्रभावित होने वाले हैं लेकिन मेरा मजाक बनाया गया।
पीएम मोदी द्वारा मोमबत्ती और ताली थाली बजाने की अपील पर राहुल गांधी ने कहा कि, पीएम मोदी 22 दिन में थाली बजाकर, मोमबत्ती जलाकर और अपने मोबाइल का फ्लैश जलाकर कोरोना को खत्म कर रहे थे। आपने भी सोचा कि अगर वह कह रहे हैं तो कर लेते हैं। आज 6-7 महीने बीत गए हैं लेकिन कोरोना अभी भी फैल रहा है। इस पर अब प्रधानमंत्री एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं।
लॉकडाउन में श्रमिकों की परेशानी को लेकर उन्होंने कहा कि मैंने कोरोना महामारी के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के समय श्रमिकों से मिला था। उनका कहना था कि अगर हमें एक-दो दिन का समय मिल गया होता तो लाखों मजदूर आराम से अपने घर चले जाते। लेकिन मजदूर ये समझने में नाकाम थे कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें दो दिन का समय क्यों नहीं दिया।
लॉकडाउन लागू करने के मोदी सरकार के फैसले पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिना सोचे-समझे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी। उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा कि बिहार के मजदूर पैसे, खाना और पानी कहां से लाएंगे। आप लोगों को पैदल ही हजारों किलो मीटर बगैर खाना-पानी के चलने को मजबूर किया गया। राहुल गांधी ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने आप लोगों के लिए ट्रेन, बस या ट्रक की व्यवस्था की थी।
लोगों से संवाद स्थापित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, अब आपके हाथ में चाबी है। अब नरेन्द्र मोदी और नीतीश जी के हाथ में चाबी नहीं है। निर्णय आप लेंगे। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के लिए, बिहार के विकास की सरकार, बिहार के किसानों की, मजदूरों की सरकार, अब बिहार में लानी है और एनडीए को हराना है।