newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Mann Ki Baat: PM मोदी ने किया देशवासियों से आग्रह, कहा- ‘स्वराज’ कार्यक्रम खुद भी देखें और बच्चों को भी…

Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने कहा कि, आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले अनसुने नायक-नायिकाओं की कहानी है ‘स्वराज’। दूरदर्शन पर हर रविवार ‘स्वराज’ का रात 9 बजे प्रसारण होगा जो 75 सप्ताह तक चलने वाला है। मेरा आग्रह है कि आप इसे खुद भी देखें और अपने बच्चों को भी जरूर दिखाएं।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज एक बार फिर से देशवासियों से ‘मन की बात’ की हैं। बता दें कि पीएम मोदी के ‘मन की बात’ का ये 92 वां एपिसोड हैं। उन्होंने सुबह 11 बजे आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों से रूबरू हुए। ज्ञात हो कि मन की बात का पहला प्रसारण 2014 में टेलीकास्‍ट किया गया था। तब से ये कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित किया जा रहा है। इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों से दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला कार्यक्रम ‘स्वराज’ को देखने की अपील भी की। इसके साथ पीएम मोदी ने देश की जनता से आग्रह किया है कि वो इस प्रोग्राम को खुद भी देखें और अपने बच्चों को भी आवश्य दिखाएं।

पीएम मोदी ने कहा कि, आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले अनसुने नायक-नायिकाओं की कहानी है ‘स्वराज’। दूरदर्शन पर हर रविवार ‘स्वराज’ का रात 9 बजे प्रसारण होगा जो 75 सप्ताह तक चलने वाला है। मेरा आग्रह है कि आप इसे खुद भी देखें और अपने बच्चों को भी जरूर दिखाएं। बता दें कि प्रधानमंत्री ने मन की बात के 91 वें एपिसोड में  लोगों को संबोधित करते हुए देशवासियों से अपने घरों और सोशल मीडिया प्रोफाइल की डीपी पर तिरंगा लगाने की अपील की थी। इसके बाद देशभर में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ अभियान के तहत लोगों ने जगह-जगह तिरंगा लगाया था। ये अभियान बेहद सफल रहा था। लोगों ने अपने घरों की छतों, बालकनी और वाहनों आदि पर तिरंगा फहराकर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया था।

पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें-

पीएम मोदी ने कहा कि, भारत, विश्व में, Millets का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, इसलिए इस पहल को सफल बनाने की बड़ी जिम्मेदारी भी हम भारत-वासियों के कंधे पर ही है। हम सबको मिलकर इसे जन-आंदोलन बनाना है, और देश के लोगों में Millets के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी है।

पीएम मोदी ने कहा कि, मन की बात में ही चार महीने पहले मैंने अमृत महोत्सव की बात की थी। उसके बाद अलग-अलग जिलों में स्थानीय प्रशासन जुटा, स्वयं सेवी संस्थाएं और स्थानीय लोग जुटे, देखते ही देखते अमृत सरोवर का निर्माण एक जन आंदोलन बन गया है।

उन्होंने कहा कि,  लोगों ने तिरंगा अभियान के लिए अलग-अलग इनोवेटिव आइडिया भी निकाले। जैसे युवा साथी कृशनील अनिल एक पजल कलाकार हैं और उन्होंने रिकॉर्ड समय में खूबसूरत तिरंगा तैयार किया और कर्नाटक के कोलार में लोगों ने 630 फीट लंबा, 205 फीट चौड़ा तिरंगा पकड़कर अनूठा दृश्य प्रस्तुत किया है।”

पीएम मोदी ने कहा कि, अगस्त के इस महीने में, आप सभी के पत्रों, संदेशों और कार्ड ने, मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया है। मुझे ऐसा शायद ही कोई पत्र मिला हो, जिस पर तिरंगा न हो, या तिरंगे और आज़ादी से जुड़ी बात न हो।