नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को दुनिया की सबसे लंबी हाईवे टनल, अटल टनल को देश को समर्पित किया। इसके बाद पीएम मोदी ने सिस्सू (Sissu) में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज लंबे समय के बाद आप सभी के बीच आना मेरे लिए सुखद अनुभव है। अटल टनल के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि लाहौल में पर्यटन की अपार संभावनाए हैं। टनल बनने से अब पर्यटकों के लिए अब चंद्रताल, त्रिलोकीनाथ, स्पीति घाटी दूर नहीं है। ताबो मठ तक पूरे विश्व की पहुंच आसान होगी। टनल से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। होम स्टे, गेस्ट हाउस, ढाबा, हैंडीक्राफ्ट से रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि लाहौल स्पीति एक प्रकार से औषधीय पौधों और अनेक मसालों का उत्पादक है। ये उत्पाद पूरे देश में हिमाचल की, लाहौल की पहचान बन सकते हैं। अटल टनल बनने के बाद यहां के लोगों को बच्चों की पढ़ाई के लिए पलायन की जरूरत नहीं होगी।
पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अटल टनल के बनने से लाहौल-स्पीति और पांगी के किसान हों, बागवानी से जुड़े लोग हों, पशुपालक हों, स्टूडेंट हों, नौकरीपेशा हों, व्यापारी-कारोबारी हों, सभी को लाभ होने वाला है। अब लाहौल के किसानों की गोभी, आलू और मटर की फसल बर्बाद नहीं होगी, बल्कि तेजी से मार्केट पहुंचेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि स्पीति घाटी में स्थित देश में बौद्ध शिक्षा के एक अहम केंद्र ताबो मठ तक दुनिया की पहुंच और सुगम होने वाली है। एक प्रकार से ये पूरा इलाका पूर्वी एशिया समेत विश्व के अनेक देशों के बौद्ध अनुयायियों के लिए भी एक बड़ा सेंटर बनने वाला है।
उन्होंने कहा कि अब देश में नई सोच के साथ काम हो रहा है। सबके साथ से, सबके विश्वास से, सबका विकास हो रहा है। अब योजनाएं इस आधार पर नहीं बनतीं कि कहां कितने वोट हैं। अब प्रयास इस बात का है कि कोई भारतीय छूट ना जाए, पीछे न रह जाए। इस बदलाव का एक बहुत बड़ा उदाहरण लाहौल-स्पीति है।