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Kheti Bachao Yatra: कृषि कानून को लेकर बोले राहुल गांधी, ‘सत्ता में आते ही तीनों कानूनों को कचरे के डिब्बे में डाल दूंगा’

Kheti Bachao Yatra : नए कृषि कानूनों (Agricultural laws) खिलाफ कांग्रेस ने रविवार को पंजाब (Punjab) के मोगा में ‘खेती बचाओ यात्रा’ (Kheti Bachao Yatra) आयोजित की। जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों (Agricultural laws) खिलाफ कांग्रेस ने रविवार को पंजाब (Punjab) के मोगा में ‘खेती बचाओ यात्रा’ (Kheti Bachao Yatra) आयोजित की। जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो तीनों कानूनों को कूड़ेदान में फेंक देंगे।

rahul gandhi

राहुल गांधी ने कहा, ”मैं आपको गारंटी देता हूं कि जिस दिन कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, हम तीनों काले कानूनों को खत्म कर देंगे और उसे कूड़ेदान में फेंक देंगे।” इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर किसान इन कानूनों से खुश हैं तो वे देशभर में विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? पंजाब में सभी किसान विरोध क्यों कर रहे हैं।

यूपी सरकार पर भी किया हमला

अपने संबोधन में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के अलावा यूपी सरकार पर भी निशाना साधा और शनिवार को हाथरस की यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश में था, जहां पर एक बेटी की हत्या कर दी गई। जिन्होंने उसे मारा, उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। परिवार जिसकी बेटी की हत्या हुई, उसी को घर में बंद कर दिया गया। डीएम और सीएम ने धमकी दी। भारत में ये हालात हैं। अपराध करने वालों को कुछ नहीं होता है, लेकिन पीड़ित के खिलाफ ही कार्रवाई कर दी जाती है।

tractor railly

आपको बता दें कि रविवार दोपहर को राहुल गांधी मोगा पहुंचे। रविवार से शुरू हुई तीन दिवसीय ट्रैक्टर रैलियों का नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे।उनके लावा इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, कांग्रेस महासचिव एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल और अन्य नेता भी शामिल हुए।

‘खेती बचाओ यात्रा’ के नाम से निकाली जा रही ट्रैक्टर रैलियां करीब 50 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करेगी और विभिन्न जिलों तथा निर्वाचन क्षेत्रों से गुजरेंगी। गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों का पंजाब के किसान विरोध कर रहे हैं।