जयपुर। पीएम नरेंद्र मोदी कितने कद्दावर नेता हैं, इसका एलान खुद राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने किया है। गहलोत ने कांग्रेस के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी दो बार सरकार गई। इसमें से एक बार जिम्मेदार मोदी का कद है। दूसरी बार सरकार जाने की वजह उन्होंने कर्मचारियों की हड़ताल को करार दिया। ये पहली बार है, जब कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने मोदी के कद की वजह से अपनी सरकार गिरने का हवाला दिया है। बता दें कि साल 2003 में राजस्थान में कर्मचारियों की लंबे समय तक हड़ताल चली थी। जिसका नुकसान उस वक्त सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को चुनावों में हुआ था। जहां 1998 के चुनावों में 153 विधायकों के पूर्ण बहुमत के साथ गहलोत सरकार सत्ता में आई थी। वहीं, 2003 के चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 56 सीटों पर सिमट गई थी।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पहली बार कर्मचारियों की नाराजगी की वजह से हम चुनाव हार गए थे। दूसरी बार मोदी लहर के कारण सरकार चली गई। इस बार हम ऐसी योजनाएं लाए हैं, जिनसे राजस्थान की आम जनता को फायदा हो। उन्होंने कहा कि अब राजस्थान पूरी तरह से बदल गया है। सुविधाओं का विस्तार हो गया है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का अलग ही तौर-तरीका रहा है। उन्होंने कहा कि 3 साल अच्छा काम किया। 23 फरवरी को हम शानदार बजट पेश करेंगे। संगठन सरकार को प्रस्ताव देकर काम बताएं। कार्यकर्ताओं को लगेगा कि हमारी सरकार ने मांगें मान ली हैं। हम फिर सरकार रिपीट करेंगे।
बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार जरूर चला रहे हैं, लेकिन कानून और व्यवस्था और रीट परीक्षा के मसलों पर उनके खिलाफ उंगलियां उठ रही हैं। बीजेपी लगातार उन्हें घेर रही है। वहीं, रीट के अभ्यर्थी भी गहलोत सरकार के फैसलों की वजह से नौकरियां पाने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। कई विभागों में संविदा कर्मचारी स्थायी करने की मांग भी कर रहे हैं। ऐसे में गहलोत सरकार के भीतर भी असंतोष है और इससे पार पाने के लिए आए दिन कांग्रेस आलाकमान को सामने आना पड़ता है।