newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

राम मंदिर पर फैसले के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के आरोपी PFI ने दायर की क्यूरेटिव पिटीशन

अयोध्या विवाद में अब आतंकी गतिविधियों के आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने भी एंट्री ले ली है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया उर्फ पीएफआई ने अयोध्या मामले में आज क्यूरेटिव याचिका दाखिल की है।

नई दिल्ली। अयोध्या विवाद में अब आतंकी गतिविधियों के आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने भी एंट्री ले ली है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया उर्फ पीएफआई ने अयोध्या मामले में आज क्यूरेटिव याचिका दाखिल की है। इससे पहले पीस पार्टी भी क्यूरेटिव पिटीशन दायर कर चुकी है।

ram-mandir

खास बात यह है कि इस क्यूरेटिव याचिका पर खुली अदालत में बहस की मांग की गयी है। याचिका में मांग की गयी कि शीर्ष अदालत अपने नौ नवंबर 2019 के आदेश पर रोक लगाये, जिसमें उसने विवादित जमीन का फैसला ‘रामलला’ के हक में किया था।

Rama-temple-Ayodhya

गौर करने वाली बात यह भी है कि न तो पीएफआई और न ही पीस पार्टी इस मुकदमे में पक्षकार थे। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद में पहली क्यूरेटिव पिटीशन 21 जनवरी को पीस पार्टी ने दायर की थी। पीस पार्टी का तर्क है कि, इस मामले में फैसला आस्था के आधार पर लिया गया है।

Ayodhya-Ram-Mandir

पीएफआई का इतिहास विवादों से घिरा हुआ है। पीएफआई सीएए विरोध प्रदर्शनों में हिंसा और उपद्रव के आरोपों से घिरी हुई है। पीएफआई ने पिछले साल 9 नवंबर के फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की है।

PFI

अयोध्या मामले में फैसला सुनाते हुए उच्चतम न्यायालय ने विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करने और सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए किसी प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ जमीन देने के आदेश दिये थे। राज्य की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने गत पांच फरवरी को अयोध्या जिले के सोहावल इलाके में सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन देने का फैसला किया था।